ऋषिकेश: उत्तराखंड के पहाड़ों की सुंदरता दुनिया से छिपी नहीं है, उसी तरह पहाड़ी व्यंजनों का अपना अलग ही क्रेज है, लेकिन आधुनिकता के इस दौर में स्वादिष्ट पहाड़ी व्यंजन विलुप्ति होने के कगार पर हैं. ऐसे में शेफ एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड ने एक व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें गढ़वाली मास्टर शेफ पहाड़ी व्यंजनों को विश्वभर में पहचान दिलाएंगे.
स्वाद और सेहत के खजाने को समेटे गढ़वाली व्यंजन का महत्व किसी की पहचान का मोहताज नहीं है. चाइनीज और फास्ट फूड के आधुनिक जमाने में पहाड़ी व्यंजन गुमनामी के साथ विलुप्त होने की कगार पर हैं. इसके लिए कुछ युवाओं ने शेफ एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के बैनर तले प्रदेश के कई जगहों पर गढ़वाली व्यजंनों की प्रतियोगिता आयोजित करवाई है.
पहाड़ी व्यंजन प्रतियोगिता का आगाज. शेफ एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड ने रुड़की और ऋषिकेश में मास्टर शेफ देहरादून का ऑडिशन करवाया. इस निशुल्क ऑडिशन में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. ऋषिकेश में मास्टर शेफ देहरादून में चयन के बाद विजयी महिलाओं और शेफ को पुरस्कृत किया जाएगा. जिसके बाद शेफ एसोशिएशन ऑफ उत्तराखंड देशभर के कई शहरों और विदेशों में पहाड़ी व्यंजनों का जलवा बिखेरेगा.
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आयोजक विकास कुड़ियाल ने बताया कि स्वादिष्ठ पहाड़ी व्यंजनों को अगर पहचान दिलानी है तो लोगों को अपने स्तर के प्रयास करना चाहिये. साथ ही सरकारी स्तर पर भी पहाड़ी व्यंजनों को पर्यटन के साथ जड़ने का प्रयास होना चाहिए.