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कोरोना काल: पेयजल योजनाओं पर BREAK, पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट भी रुका - Drinking Water Corporation schemes got a break

इस वित्तीय वर्ष के लिए प्रदेश के 3 लाख 58 हजार ग्रामीण इलाकों के घरों तक नल से पानी की सप्लाई का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत 55 एलपीसीडी (litre per capita per day) पानी की सप्लाई की जाएगी. जिसके लिए इस वित्तीय वर्ष 1465 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.

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पेयजल निगम की कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर लगा ब्रेक

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Published : Jul 31, 2020, 8:21 PM IST

Updated : Aug 1, 2020, 5:25 PM IST

देहरादून: कोरोना संकट और लॉकडाउन से देश का हर क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है. प्रदेश में भी लॉकडाउन के चलते पेयजल निगम की भी विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं का काम अधर में लटक गया है. इन योजनाओं में मुख्य रूप से नमामि गंगे योजना, जल जीवन मिशन और अमृत योजना का नाम शामिल हैं. हालांकि, निगम को उम्मीद है कि 3 से 4 महीने की देरी के साथ इन सभी रुके हुए कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा.

कोरोना काल में पेयजल योजनाओं पर लगा ब्रेक
नमामि गंगे योजना की स्थितिगौरतलब है कि पेयजल निगम की महत्वपूर्ण योजनाओं पर लॉकडाउन के कारण ब्रेक लगा, रही सही कसर मजदूरों की कमी ने पूरी कर दी. जिसके कारण ये योजना पूरी तरह से प्रभावित हो गई है. इस योजना के तहत तैयार होने वाले 132 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्कोर इसी साल अप्रैल महीने तक पूरे होने थे.
नमामि गंगे योजना की स्थिति

मगर लॉकडाउन के चलते अभी भी इस योजना के अंतर्गत तैयार होने वाले 4 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माणाधीन हैं.

इसमें दो प्लांट श्रीकोट एक रुद्रप्रयाग और एक जोशीमठ में तैयार किया जाना है.

नमामि गंगे योजना की स्थिति

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अमृत योजना की स्थिति
इसी तरह बात अगर अमृत योजना की करें तो इसके भी विभिन्न कार्यों को बड़ा झटका लगा है. इसमें मुख्य रूप से ऋषिकेश में बिछाई जा रही 3 किलोमीटर पेयजल लाइन और 3 पम्पिंग स्टेशन शामिल हैं. जिस पर लॉकडाउन के कारण पिछले 3 महीनों से ब्रेक लगा हुआ था.

नमामि गंगे योजना की स्थिति

अब अनलॉक के बीच एक बार निगम ने फिर से इसका काम शुरू कर दिया है. जिसके बाद अब उम्मीद की जा रही है कि अब पाइपलाइन बिछाने के साथ ही पंपिंग स्टेशन का काम इस साल दिसंबर महीने तक ही पूरा कर लिया जाएगा.

अमृत योजना की स्थिति

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जल जीवन मिशन की स्थिति
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल जीवन मिशन को भी लॉकडाउन से बड़ा झटका लगा है. बता दें कि इस महत्वपूर्ण योजना के तहत इस वित्तीय वर्ष में प्रदेश के ग्रामीण इलाकों के तीन लाख से ज्यादा घरों तक शुद्ध पेयजल सप्लाई के लिए नल लगाए जाने हैं. मगर, लॉकडाउन के कारण इस योजना का कामों पर भी असर पड़ा है.

जल जीवन मिशन की स्थिति

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जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में हो रहे कार्यों की जानकारी देते हुए जल जीवन मिशन की मिशन डायरेक्टर ईवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के लिए प्रदेश के 3 लाख 58 हजार ग्रामीण इलाकों के घरों तक नल से पानी की सप्लाई का लक्ष्य रखा गया है.

जल जीवन मिशन की स्थिति

इसके तहत 55 एलपीसीडी (litre per capita per Day) पानी की सप्लाई की जाएगी. जिसके लिए इस वित्तीय वर्ष 1465 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.

अमृत योजना की स्थिति

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वहीं, प्रदेश में चल रही इन सभी महत्वपूर्ण योजनाओं के विषय में पेयजल निगम के मुख्य अभियंता वीसी पुरोहित का कहना है की अनलॉक के बीच इन सभी योजनाओं के रुके हुए कार्यों को दोबारा से कार्य शुरू कर दिया गया है. हालांकि, बरसात और मजदूरों की कमी की वजह से कार्य की रफ्तार कुछ धीमी जरूर हो गई है. उन्हें उम्मीद है कि 3 से 4 महीने की देरी के साथ इन सभी रुके हुए कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा.

Last Updated : Aug 1, 2020, 5:25 PM IST

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