देहरादून: बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि में जो परिवर्तन किया गया, वह इतिहास में पहली बार हुआ है. कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे और लॉकडाउन के कारण अब बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई को खुलेंगे. वहीं कपाट खुलने की तारीख में हुए बदलाव पर मंत्री प्रसाद नैथानी भड़के नजर आए.
मंत्री प्रसाद नैथानी ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि बदरीनाथ धाम के कपाट भी पहले घोषित तिथि के अनुसार खोले जाएं. क्योंकि तिथि बदलने से करोड़ों लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ होगा. प्रदेश में चारधाम यात्रा प्रारंभ होने जा रहा है. ऐसे में बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि को बढ़ाकर 15 मई कर दिया गया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
कपाट खुलने की तिथि में बदलाव पर भड़के नैथानी ये भी पढ़ें:सीएम बोले- मानवीय और व्यवहारिक आधार पर सुविधा उपलब्ध कराएं DM
सरकार का यह फैसला आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा बनाई गई व्यवस्था पर कुठाराघात होगा. उन्होंने कहा कि यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ आस्था के प्रतीक के रूप में पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. इस बार सरकार कोरोना संकट बता कर भगवान बदरी के कपाट खुलने की तिथि को आगे बढ़ाया है. लेकिन जो शेष तीन धाम हैं. उन धामों में तय तिथि के अनुसार ही कपाट खुलने जा रहे हैं. ऐसे में बदरीविशाल के कपाट खुलने में विलंब क्यों किया जा रहा है.
मंत्री प्रसाद नैथानी का कहना है कि तिथियां बदलने से लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ होगा. चारधाम यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की वजह से ही प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा मिलता है. ऐसे में यात्रा शुरू नहीं होने के चलते पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसको ध्यान में रखते हुए सरकार तय तिथि पर बदरीनाथ धाम के कपाट खोले.