देहरादूनः उत्तराखंड में कुपोषण अपने पैर पसारता जा रहा है. उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में सबसे ज्यादा 8 हजार बच्चे कुपोषित पाए गए हैं. विभागीय मंत्री के अनुसार पहाड़ी जिलों के अपेक्षा मैदानी जिलों में कुपोषण के लिए गंदगी और न्यूट्रीशन का अभाव बड़ा कारण है. उत्तराखंड में कुपोषण राज्य गठन के बाद से ही एक बड़ी संख्या बड़ी समस्या रही है जो कि उत्तराखंड के भविष्य के लिए चिंता का एक बड़ा विषय है.
उत्तराखंड में कुपोषण को कम करने के लिए महिला कल्याण और बाल विकास विभाग द्वारा कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं, लेकिन उसके बावजूद भी कुपोषण पर नियंत्रण नहीं लग पा रहा है. विभागीय जानकारी के अनुसार कुपोषण के मामले में मैदानी जिले सबसे आगे हैं. उधम सिंह नगर जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या 8000 के पार हो चुकी है.
- हरिद्वार में 7 हजार बच्चे कुपोषण का शिकार हैं.
- वहीं देहरादून में भी 1500 बच्चे कुपोषित पाए गए हैं.
- सभी पहाड़ी जिलों में कुपोषित बच्चे 200 से 500 के बीच है.