देहरादून: मंगलवार को कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने कथित यौन शोषण के आरोपों में घिरे सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में जमकर प्रदर्शन किया. इस संबंध में जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन प्रेषित किया गया.
देहरादून में महिला कांग्रेस का प्रदर्शन: कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं का कहना है कि जंतर मंतर में आंदोलित महिला कुश्ती खिलाड़ियों ने भाजपा सांसद पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. यह एक लोक सेवक के आचरण पर प्रश्न चिन्ह लगाता है. महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष उर्मिला थापा का कहना है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार के शासनकाल में महिलाओं पर लगातार अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर भारत का नाम रोशन करने वाली महिला खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए आरोप अत्यंत गंभीर हैं. इनकी जांच और सांसद की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर महिला खिलाड़ी दिल्ली के जंतर मंतर में पिछले 1 महीने से लगातार आंदोलनरत हैं. लेकिन केंद्र सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है.
बृजभूषण शरण सिंह को बर्खास्त करने की मांग: उर्मिला थापा का कहना है कि इससे महिला खिलाड़ियों के मन में हीन भावना पनपती जा रही है. महिलाओं ने बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों की सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की देखरेख में उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग उठाई है. वहीं राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने भाजपा सांसद द्वारा किए गए कृत्यों के घोर शब्दों में निंदा की है. राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि देश का संवैधानिक संरक्षक होने के नाते इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए यौन शोषण के आरोपों में घिरे भाजपा सांसद को पद से बर्खास्त किया जाए.
बागेश्वर में भी प्रदर्शन: आज महिला कांग्रेस ने दिल्ली के जंतर मंतर में चल रहे महिला पहलवानों के आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. केंद्र सरकार से ब्रजभूषण शरण सिंह को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है.
महिला कांग्रेस अध्यक्ष गोपा धपोला ने बताया कि सरकार अपने सांसद को बचाने का काम कर रही है. सरकार उन बेटियों की आवाज सुनना ही नहीं चाह रही है जो देश का नाम रोशन करके आई हैं. जिन बेटियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरे देश का नाम ऊंचा किया, आज उनको नीचा दिखाने का काम सरकार के द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब उन महिला पहलवानों की कोई नहीं सुन रहा जो बड़े स्तर की खिलाड़ी हैं, तो उन लोगों की कौन सुनेगा जो निचले स्तर पर इन सब चीजों को झेलती हैं. बेटियों की आवाज उठाने की जगह बैठाने का काम किया जा रहा है.