देहरादून: महेंद्र भट्ट उत्तराखंड बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे. भट्ट ने मदन कौशिक का स्थान लिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने महेंद्र भट्ट को उत्तराखंड बीजेपी का अध्यक्ष बनाने का लेटर जारी किया है. पत्र में लिखा है- भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने महेंद्र भट्ट को उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है. यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी.
महेंद्र भट्ट को उत्तराखंड बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने संबंधी अरुण सिंह से पत्र की प्रतिलिपि बीजेपी प्रदेश प्रभारी उत्तराखंड, प्रदेश महामंत्री संगठन उत्तराखंड को भेजी गई है. महेंद्र भट्ट दो बार के बदरीनाथ विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं. संगठन में भट्ट की अच्छी-खासी पैठ है. बीजेपी हाईकमान ने गढ़वाल और कुमाऊं का समीकरण देखते हुए महेंद्र भट्ट को उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष की कमान दी है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद से ही उत्तराखंड में भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की चर्चाएं काफी तेज थीं. यूपी में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने दो दिन पहले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को उत्तर प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा सौंपा था. वहीं, उत्तराखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार आने और चंपावत उपचुनाव जीतने के बाद भी प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की बात तेजी से चल रही थी.
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इसी बीच प्रदेश बीजेपी के कुछ नेताओं सहित महेंद्र भट्ट ने दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात की थी. महेंद्र भट्ट का नाम पहले भी प्रदेश अध्यक्ष की लिस्ट में चलता रहा है और अगले ही दिन महेंद्र भट्ट के नाम पर मुहर लग गई और उसी के साथ इस बार गढ़वाल के ब्राह्मण नेता को प्रदेश अध्यक्ष पद पर विराजमान किया गया है.
कौशिक को क्यों हटाया?मदन कौशिक को लेकर बार-बार ये बात सामने आती रही है कि जब से उन्हें संगठन की जिम्मेदारी दी गई है तब से वो (अगर बीते 3 महीने छोड़ दें) शुरुआती काफी महीनों तक अपने हरिद्वार जनपद से बाहर ही नहीं निकले. लिहाजा संगठन के नेताओं में इस बात को लेकर भी असमंजस था कि प्रदेश अध्यक्ष होकर मदन कौशिक पहाड़ों के दौरे क्यों नहीं कर रहे हैं.
हालांकि, विधानसभा चुनाव के बाद हारे बीजेपी नेताओं ने सीधे तौर पर मदन कौशिक पर ही भितरघात और तमाम गंभीर आरोप लगाए थे. उसके बाद से ही संगठन इन तमाम मामलों की जांच भी कर रहा था. अब सवाल ये है कि मदन कौशिक को अध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद उन्हें पार्टी कहां एडजस्ट करेगी. वहीं, शपथ ग्रहण समारोह के वक्त भी ये चर्चाएं थी कि मदन कौशिक राज्य सरकार में ही मंत्री पद की जिम्मेदारी चाहते थे लेकिन तब उनको प्रदेश अध्यक्ष पद पर ही रखा गया. अब उनको क्या जिम्मेदारी मिलती है अभी ये सामने नहीं आया है.
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