ऋषिकेश: तीर्थनगरी ऋषिकेश में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारी बारिश से बीते दिन ऋषिकेश के शिवाजी नगर में रंभा नदी के उफान पर आने से कई घरों में पानी घुस गया. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं मणिकूट पर्वत स्थित नीलकंठ मंदिर को छू कर बहने वाली दो नदियां मधुमति और पंकजा काफी समय बाद उफान पर हैं.
भारी बारिश के चलते ऋषिकेश में उफान पर मधुमति और पंकजा नदी
rishikesh heavy rain ऋषिकेश में भारी बारिश से नदी नाले उफान पर बह रहे हैं. जिन नालों में बरसात में भी कभी ज्यादा पानी नहीं देखा जाता था, वो इस मानसून सीजन पर तबाही मचा रहे हैं.वहीं नीलकंठ महादेव मंदिर के पास से बहने वाली मधुमति और पंकजा नदी भारी बारिश से उफान पर बह रही हैं.
गौर हो कि प्रदेश में बारिश का दौर जारी है. भारी बारिश से प्रदेश में आपदा से खासा नुकसान पहुंचा है. बारिश से बीते दिन ऋषिकेश में शिवाजी नगर में कई घरों में पानी घुस गया.यहां रंभा नदी उफान पर आ गई और पूरे क्षेत्र को जलमग्न कर दिया.वहीं नीलकंठ महादेव मंदिर के पास से बहने वाली मधुमति और पंकजा नाम की दो नदियां अक्सर बहुत ही शांत रूप में देखी जाते हैं. इन दोनों नदियों में बहाव बहुत कम देखा जाता है.लेकिन इस वर्ष यह दोनों नदिया काफी समय बाद उफान पर नजर आ रही हैं.
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मान्यता है कि भगवान शिव को शांत करने के लिए यह दोनों नदिया आसपास बहती हैं. माना जाता है कि विश पीने के बाद यहीं पर भगवान शिव को शांति मिली थी. बता दें कि जब भगवान शिव ने विश अपने कंठ में धारण किया था तो उसके बाद वह मणिकूट पर्वत स्थित नीलकंठ पहुंचे थे, जहां पर वह पंकजा और मधुमति नाम की दो नदियों के बीच बैठकर तप किया था तभी से यह दोनों नदियां भगवान शिव को शांति के लिए उनका जलाभिषेक करती रहती हैं.