देहरादून: दीपों का पावन त्योहार दीपावली आने वाली है. बाजार में इसे लेकर अभी से रौनक बढ़ने लगी है. दीपावली की दस्तक से पहले लोग अपने घरों को सजाने के लिए जमकर खरीदारी कर रहे हैं. बाजार भी दीवाली के रंग में रंगे नजर आ रहे हैं. इस बार बाजारों में बच्चों को आकर्षित करने वाले पटाखे भी अधिकांश मेड इन इंडिया वाले हैं. यानी इस बार बाजार से चाइनीस पटाखों के आइटम लगभग गायब हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इस बार 90 फीसदी भारत में निर्मित पटाखे, फुलझड़ी, पिस्टल जैसे डिमांडेबल आइटम हैं जो ना सिर्फ स्वदेशी हैं बल्कि चाइना से सस्ते और टिकाऊ भी हैं.
इतना ही नहीं पटाखों का बाजार जो कभी चाइना का सबसे बड़ा बाजार माना जाता था, उन सभी आइटम को भारत में बनाकर उससे कई गुना बेहतर किया गया है. इन उत्पादों को इस बार अलग-अलग वैरायटी में बाजार में उतारा जा रहा है. ऐसे में चाइनीस सामान से न सिर्फ ग्राहक दूरी बना चुके हैं, बल्कि व्यापारी भी इससे मुंह मोड़ रहे हैं.
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देहरादून के सबसे व्यस्ततम पलटन बाजार में वर्षों से पटाखों की दुकान लगाने वाले नीरज सिंघल बताते हैं कि इस बार 90 फीसदी भारत में निर्मित स्वदेशी पटाखों के आइटम बाजार में उपलब्ध हैं. ये ना सिर्फ चाइना से हर चीज में बेहतर हैं बल्कि ग्राहकों को आकर्षित करने के साथ ही चाइना मेड से सस्ते भी पड़ रहे हैं. वे बताता है पिछले साल चाइना का आइटम सस्ता होता था और हिंदुस्तानी महंगा. अब यह बात पुरानी हो चुकी है. चाइना के ऊपर उस आइटम की बेहतरीन कॉपी स्वदेशी कंपनियां बना रही हैं, जो ग्राहकों को बेहद पसंद आ रहे हैं.