देहरादूनःवैश्विक महामारी कोरोना के चलते बेरोजगार हो चुके युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए एमएसएमई के तहत मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की शुरुआत की गई है. जिसके माध्यम से प्रवासी और स्थानीय युवा बैंक से ऋण लेकर खुद का स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या प्रदेश के युवा वास्तव में इस योजना का लाभ ले पा रहे हैं? जिसका जवाब शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने दी है.
बता दें कि बीते दिनों ईटीवी भारत ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जुड़कर अपना स्वरोजगार शुरू करने की योजना बना रहे युवाओं से बातचीत की थी. इस दौरान युवाओं ने बताया था कि लंबी प्रक्रिया के चलते वो इस योजना का लाभ नहीं ले पा रहे. साथ ही कहा था कि कोई बेरोजगार युवक ऑनलाइन आवेदन कर बैंक से ऋण लेना चाहता है तो उसके सामने कई चुनौतियां आती है. सरकार की ओर से बैंकों के लिए कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है. ऐसे में बैंक ऋण देने से पहले आइटीआर के साथ ही गारंटर की मांग करता है. ऐसे में उन्हें काफी दिक्कतें हो रही है.