देहरादूनः शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने सचिवालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना पर विस्तार से जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रवासियों और युवाओं को रोजगार देने के लिए एक अंब्रेला के नीचे सभी विभागों की रोजगार परक योजना को ज्यादा आकर्षक व सुविधायुक्त बनाकर लाया गया है. प्रत्येक व्यक्ति को अपनी सुविधा और कौशल के अनुसार व्यवसाय चयन करने का अवसर दिया गया है. अभी तक 3 लाख 27 हजार प्रवासी आ चुके हैं. वहीं, विभिन्न योजनाओं में अलग-अलग सब्सिडी दी जा रही है.
मदन कौशिक ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि प्रवासियों के लिए उपयुक्त स्वरोजगार प्रदान करने के लिए जिला उद्योग केंद्र की ओर से काउंसलिंग की जाए. साथ ही रोजगार प्रदान करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए. विभिन्न व्यवसायों में विनिर्माण के क्षेत्र में 10 लाख से 25 लाख तक का ऋण 15, 20 और 25 फीसदी की सब्सिडी की व्यवस्था की गई है. वहीं, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में एमएसएमई विभाग में अभी तक कुल 15,109 आवेदन प्राप्त हुए हैं.
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मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में मिले आवेदन-
- अल्मोड़ा 1360
- बागेश्वर 517
- चमोली 847
- चंपावत 478
- देहरादून 2682
- हरिद्वार 1145
- नैनीताल 1876
- पौड़ी गढ़वाल 1278
- पिथौरागढ़ 570
- रुद्रप्रयाग 493
- टिहरी गढ़वाल 1361
- ऊधमसिंह नगर 1625
- उत्तरकाशी 877
स्वरोजगार देने के लिए बने होप पोर्टल पर कुल 17,653 युवा पंजीकृत हुए हैं.
जिलेवार होप पोर्टल में पंजीकृत युवा-
- अल्मोड़ा 1574
- बागेश्वर 517
- चमोली 429,
- चंपावत 674
- देहरादून 3777
- हरिद्वार 688
- नैनीताल 1390
- पौड़ी गढ़वाल 1616
- पिथौरागढ़ 353
- रुद्रप्रयाग 2365
- टिहरी गढ़वाल 1818
- ऊधमसिंह नगर 2066
- उत्तरकाशी 388 युवा पंजीकृत हैं.
पोर्टल पर 51 नियोजकों द्वारा 966 रिक्तियां स्वास्थ्य, आईटी और तकनीशियन क्षेत्र में अपलोड की गई हैं. मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना डेयरी विभाग में पशुपाल, मत्स्य, डेयरी और सहकारिता के विकास हेतु राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना में एकीकृत कृषि सहकारिता परियोजना वित्तपोषित करते हुए डेयरी के 442.62 करोड़ रुपये स्वीकृत किया गया है.