देहरादून: फिल्म लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने बुली बाई एप विवाद में उत्तराखंड से गिरफ्तार 18 साल की लड़की को माफी देने की बात कही है. जावेद अख्तर ने यह अपील उत्तराखंड से गिरफ्तार की गई 18 साल की लड़की को लेकर की, जिसके बारे में बताया जा रहा है कि उसने अपने माता पिता को कोरोना काल में बीमारी के कारण खो दिया है. इधर, इस केस में बड़ा अपडेट यह भी है कि उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया दूसरा आरोपी भी युवती का दोस्त बताया जा रहा है. मुंबई पुलिस का यह भी कहना है कि इस नेटवर्क में अभी और भी लोग पकड़े जा सकते हैं.
फिल्मकार ने ऐप में शामिल लड़की को भी माफ करने की गुजारिश की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा 'अगर बुली बाई ऐप की मास्टरमाइंड वाकई 18 साल की लड़की है, जिसके माता-पिता की कैंसर और कोरोना से मौत हो गई थी तो उससे लोगों को मिलना चाहिए और बड़ों की तरह समझाना चाहिए कि उसने जो कुछ किया वो गलत है और दयाभाव दिखाते हुए माफ कर देना चाहिए.
ऐसे चलता है खर्चा: पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार युवती के पिता की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है. माता की मौत 2011 में कैंसर से हो गई थी. उसकी दो बहनें और एक भाई है. सभी पढ़ाई कर रहे हैं. उसके परिवार का खर्च वात्सल्य योजना के तीन हजार रुपये और पिता की कंपनी की ओर से दिए जाने वाले 10 हजार रुपये से चलता है.
गिरफ्तार युवती तीन बहनों में दूसरे नंबर की है. उसका एक छोटा भाई भी है. पिता की मौत कोविड से हुई थी. सभी मूलरूप से बुलंदशहर की निवासी हैं और 18 साल से उसका परिवार रुद्रपुर में रह रहा है. गिरफ्तार युवती की बड़ी बहन ने स्वीकार किया कि वो बहुत ज्यादा मोबाइल में इंगेज रहती थी और टोकने नाराज हो जाती थी. पुलिस ने युवती के पास से दो मोबाइल भी बरामद किए हैं.