देहरादून:भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar death) का 92 साल की उम्र में निधन हो गया. लता मंगेशकर बहुमुखी प्रतिभा की धनी थीं. साल 1990 में रिलीज हुई गढ़वाली फिल्म रैबार के लिए भी स्वर कोकिला ने एक गाना गाया था. जो इस फिल्म की पहचान बन गया. ऐसे में इस फिल्म के माध्यम से उत्तराखंड की लोक संस्कृति और यहां की बोली भाषा को वैश्विक पटल मिला.
1990 में रिलीज हुई गढ़वाली फ़िल्म रैबार की सबसे बड़ी पहचान एक गीत बन गया था. गीत के बोल हैं मन भरमेगे… इस गीत को शब्द देवी प्रसाद सेमवाल की कलम से निकले थे. जिसे लता मंगेशकर के स्तर की धुन में बांधने के काम को कुंवर सिंह बावला ने अंजाम दिया था. वहीं, इस गीत को गाने से पहले लता मंगेशकर ने इसके शब्दों को अर्थ समझा और करीब चार घंटे बाद इस गीत को गाया. जिसके बाद उत्तराखंडी सिनेमा जगत में ये गीत अमर हो गया.
वहीं, लता मंगेशकर के निधन के पूरे देश में शोक की लहर है. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत देश की कई हस्तियों ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उत्तराखंड के सीएम धामी और अन्य नेताओं ने भी ट्वीट कर लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी है.