देहरादून: प्रदेश में लॉकडाउन के बीच फंसे लोगों को ट्रेनों के जरिए उनके राज्यों तक पहुंचाया जा रहा है. देहरादून से मणिपुर और बिहार जाने वाली ट्रेनों में देहरादून के अलग-अलग थाना क्षेत्र से श्रमिकों को एकत्रित किया जा रहा है. इस दौरान मजदूरों से किराया भी वसूला जा रहा है.
देहरादून से जाने वाली सभी ट्रेनों के लिए शहरभर से श्रमिकों को एक निश्चित प्रक्रिया के तहत ट्रेन से भेजा जा रहा है. जिसके बाद उन्हें पूरे प्रोटोकॉल के साथ ट्रेन में बैठा कर यहां से रवाना किया जा रहा है. साथ ही इन मजदूरों से टिकट के 630 रुपये भी लिए जा रहे हैं.
श्रमिक ट्रेन से जाने वाले मजदूरों को फॉलो करनी पड़ रही ये प्रक्रिया. पढ़ें:आज होगी बिहार के श्रमिकों की 'घर वापसी', चलाई जाएंगी दो विशेष ट्रेनें
श्रमिकों को ट्रेन से भेजने की प्रक्रिया में सबसे पहले संबंधित थाना क्षेत्र से मजदूरों को चिन्हित कर उन्हें बन्नू स्कूल से सिटी बसों के जरिए लाया जा रहा है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम इन मजदूरों की स्क्रीनिंग और हेल्थ चेकअप कर रही है.
जिला प्रशासन की ओर से बनाए गए आठ अलग-अलग टेबल पर इन मजदूरों का डॉक्यूमेंटेशन कर टिकट के 630 रुपये भी लिये जा रहे हैं. जिसके बाद पुलिस की मदद से इन मजदूरों को बन्नू स्कूल से बस में बैठाकर सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचाया जा रहा है.
इस पूरी प्रक्रिया में सबसे खास बात यह है कि देहरादून रेलवे स्टेशन पर बिल्कुल भी भीड़ नहीं लग रही है. सोशल डिस्टेंस के जरिए हर एक मजदूर को सीधा ट्रेन के डब्बे तक पहुंचाया जा रहा है. साथ ही ट्रेन के रवाना होने के बाद पूरे स्टेशन को सैनेटाइज किया जा रहा है.