देहरादून:राज्य में विकास के पैरामीटर सेट करने वाली सबसे बड़ी कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग (PWD) के शीर्ष पदों पर बैठे 2 अधिकारी इस माह के आखिरी (30 जून) में सेवानिवृत्त हो जाएंगे. इनमें लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष हरिओम शर्मा भी हैं. उनके जाने से पहले ही नए विभागाध्यक्ष पद के लिए कई नाम सामने आने लगे हैं.
इन दो अधिकारियों को होना है रिटायर
1)- हरिओम शर्मा, विभागाध्यक्ष, PWD
लोक निर्माण विभाग में विभागाध्यक्ष यानी HOD का पद संभाल रहे इंजीनियर हरिओम शर्मा 30 जून को सेवानिवृत्त हो जाएंगे.
30 जून को हरिओम शर्मा हो रहे रिटायर. 2) शरद कुमार बिरला, राष्ट्रीय राजमार्ग प्रमुख
लोक निर्माण विभाग में नेशनल हाईवे प्रमुख इंजीनियर शरद कुमार बिरला भी इसी महीने के आखिरी में रिटायर हो रहे हैं. शरद कुमार बिरला प्रदेश में कई शीर्ष पदों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. इनमें एडीबी, वर्ल्ड बैंक के कई प्रोजेक्ट में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
शरद कुमार बिरला भी होंगे सेवानिवृत्त. इन अधिकारियों को दी जा सकती है जिम्मेदारी
1)- एजाज अहमद, चीफ इंजीनियर, पौड़ी रीजन
हरिओम शर्मा के सेवानिवृत्त होने के बाद विभाग में दो शीर्ष अधिकारी हैं, जिनको हरिओम शर्मा के पद पर बैठाया जा सकता है. सीनियर चीफ इंजीनियर एजाज अहमद और चीफ इंजीनियर प्रमोद कुमार सिंह.
मौजूदा समय में एजाज अहमद पौड़ी रीजन के चीफ हैं. 7 फरवरी को रैणी गांव में आई आपदा के बाद उन्होंने लोक निर्माण विभाग की क्षतिग्रस्त हुई सड़कों और पुलों का जिम्मा उठाते हुए एक सप्ताह के भीतर संपर्क को बहाल किया. इसके अलावा हाल ही में उन्होंने सरकारी अलॉटमेंट मिलने पर 2018 में देहरादून यूपीएससी कॉलेज से एमबीए इन इन्फ्राट्रक्चर में भी किया है.
2) प्रमोद कुमार, चीफ इंजीनियर, एनएच अल्मोड़ा
चीफ इंजीनियर एजाज अहमद के बाद वरिष्ठ अधिकारियों में प्रमोद कुमार सिंह हैं, जिनको पीडब्ल्यूडी का एचओडी बनाया जा सकता है. इस वक्त प्रमोद कुमार एनएच (अल्मोड़ा) रीजन के चीफ इंजीनियर हैं. प्रमोद कुमार सिंह को भी बतौर इंजीनियर पर काम करते हुए अच्छा अनुभव है.
प्रमोद कुमार भी हो सकते हैं प्रमोट. 3) डीके यादव, चीफ इंजीनियर, हल्द्वानी
हल्द्वानी में चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी डीके यादव का नाम भी चर्चाओं में है. डीके यादव ने साल 1990 में उत्तर प्रदेश में लोक निर्माण विभाग में सेवा शुरू की. राज्य गठन के समय वह ऋषिकेश में कार्यरत थे. तो वहीं, इसके बाद वह उत्तरकाशी, हरिद्वार और प्रदेश के अन्य कई क्षेत्रों में सेवाएं दीं.
डीके यादव का नाम भी चर्चा में. ऐसा भी कहा जा रहा है कि PWD में विभागाध्यक्ष पद पर पहले स्तर से किसी सीनियर को भेजा जा सकता है. वहीं, नेशनल हाईवे शाखा के प्रमुख के लिए किसी दूसरे स्तर के सीनियर अधिकारी को पहले पहले नंबर पर प्रमोट करके लाया जा सकता है. रैंकिंग की बात करें तो दूसरे स्तर के सीनियर अधिकारियों में इस वक्त हल्द्वानी में चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी डीके यादव का नाम भी चर्चाओं में है.