हरिद्वार: इस बार शारदीय नवरात्रों में होने वाली अष्टमी और नवमी को लेकर लोगों में असमंजस है. इसी को देखते हुए ईटीवी भारत ने पंडित मनोज शास्त्री से बात की. उन्होंने बताया कि कई लोगों को इस बार अष्टमी और नवमी समझने में दुविधा आ रही है, जिसके लिए वह परेशान हो रहे हैं. इसमें ज्यादा परेशान होने की आवश्यकता नहीं है.
पंडित मनोज त्रिपाठी ने कहा कि अष्टमी और नवमी को लेकर संशय में रहने की आवश्यकता नहीं है. इस बार अष्टमी प्रारंभ 23 तारीख की शाम 6 बजकर 56 मिनट से प्रारंभ हो रही है और 24 तारीख सुबह 6:58 तक अष्टमी है, जिसके बाद नवमी प्रारंभ हो जाएगी. धर्म सिंधु पुस्तक के अनुसार जब अष्टमी और सतमी एक साथ पड़ती है तो उसे मनाना उचित नहीं है.