देहरादून: देश की पहली महिला प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी की आज 35वीं पुण्यतिथि है. 31 अक्टूबर साल 1984 को उनके ही सुरक्षा कर्मी बेअंत सिंह और सतवंत सिंह ने 28 राउंड फायर कर इंदिरा गांधी की हत्या कर दी थी. आयरन लेडी इंदिरा गांधी की 35 वीं पुण्यतिथि के मौके पर ईटीवी भारत आपकी मुलाकात देहरादून के रहने वाले एक ऐसे बुक सेलर से कराने जा रहा है. जो इंदिरा गांधी से कई बार मिल चुके हैं.
हम बात कर रहे हैं राजपुर रोड स्थित नटराज बुक शॉप की, जिसके मालिक उपेंद्र अरोड़ा कई बार तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से मिले थे. आज भी उनके पास इंदिरा गांधी द्वारा लिखे गए कई पत्र हैं. उपेंद्र अरोड़ा के पास एक ऐसा पत्र है, जो इंदिरा गांधी ने अपनी मृत्यु से महज 10 दिन पहले ही उन्हें भेजा था.
ईटीवी भारत की उपेंद्र राय से खास बातचीत उपेंद्र अरोड़ा ने इंदिरा गांधी से जुड़ी कई बातें ईटीवी भारत के साथ साझा कीं. उपेंद्र बताते हैं कि इंदिरा गांधी को किताबें पढ़ने का बहुत शौक था. यही कारण रहा कि एक दिन अचानक इंदिरा गांधी अपने दोनों पुत्र राजीव और संजय गांधी के साथ उनकी दुकान पर आ पहुंची, यह बात साल 1967-68 की है.
उपेंद्र बताते हैं कि इंदिरा गांधी बेहद ही सरल स्वभाव की महिला थीं. उनके व्यवहार में एक अपनापन झलकता था. यह उनका अपनापन ही था कि जब कभी भी वे देहरादून आती हमेशा उनकी दुकान से पर्यावरण और वन्य जीवों से जुड़ी किताबें खरीदा करती थीं. वह भी अक्सर उनके दिल्ली स्थित आवास पर कुछ किताबें भिजवाया करते थे. जिसके बाद इंदिरा गांधी खुद पत्र भेजकर उनका धन्यवाद अदा करती थी. यह पत्र आज भी उन्होंने अपने पास एक याद के तौर पर संजोए हुए हैं.
बहरहाल, भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री और आयरन लेडी के नाम से मशहूर इंदिरा गांधी भले ही आज हमारे बीच न हो, लेकिन उनका व्यक्तिव हमेशा आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनकर रहेगा.