देहरादून:2013 में आई आपदा के बाद केदारघाटी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों में अब तेजी आ जाएगी. दरअसल 29 अक्टूबर को भाई दूज के मौके पर केदारनाथ के कपाट बंद हो रहे हैं. लिहाजा राज्य सरकार की कोशिश रहेगी कि केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद ज्यादा से ज्यादा कार्यों को पूरा कर लिया जाए.
दो महीनों में पूरा होगा तीर्थपुरोहितों के आवास निर्माण का कार्य
पुनर्निर्माण कार्य के तहत पुरोहितों के आवास बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी बिंदास ग्रुप ने ली थी. इसमें चार ब्लॉक्स बनने थे जिसमें लगभग 70 पुरोहितों का पुनर्वास किया जाना था. जिसकी प्रक्रिया काफी समय से चल रही थी. इसे पिछले साल बिंदास ग्रुप में पहले ब्लॉक को तैयार कर शासन को हैंडओवर कर दिया था. जिसके बाद प्रशासन ने प्राथमिकता के आधार पर पुरोहितों को आवास आवंटित भी कर दिया गया है. इसके साथ ही इस महीने शेष सभी ब्लॉकों का कार्य पूरा कर लिया जाएगा.
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शंकराचार्य समाधि के निर्माण कार्य में बढ़ाई गई लेबरों की संख्या
पर्यटन सचिव ने बताया कि पुनर्निर्माण का काम तेजी से हो रहा है. वहीं शासन स्तर पर जो मास्टर प्लान तैयार किया गया था, उसको देखते हुए पहले फेज का काम खत्म होने वाला है. केदारनाथ मंदिर के पीछे बन रहे शंकराचार्य समाधि का कार्य भी तीव्र गति से चल रहा है. यही नहीं केदारनाथ पुनर्निर्माण के कार्यों में सरकार की कई इकाइयां भी काम कर रही हैं. जिसकी गति में तेजी लाने के लिए लेबरों की संख्या बढ़ाई गई है.