देहरादूनःचंपावत उपचुनाव (Champawat by election) को लेकर तारीख का ऐलान हो चुका है. साथ ही नोटिफिकेशन भी जारी हो चुका है, लेकिन अभी तक कांग्रेस इस सीट पर प्रत्याशी का नाम तय नहीं कर पाई है. कांग्रेस की स्थिति फिलहाल असमंजस जैसी है. क्योंकि, इस सीट पर बीजेपी से खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मैदान में होंगे. ऐसे में चंपावत उपचुनाव किसके चेहरे पर जीता जा सकता है, इसको लेकर पार्टी नाम तय नहीं कर पा रही है.
आज केदारनाथ रवाना होने से पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा (Congress state president Karan Mahara) ने चंपावत उपचुनाव पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि चुनाव के लिए कुछ नाम प्रमुखता से सामने आए हैं. साथ ही कई दावेदार मेल के जरिए भी अपनी दावेदारी जता रहे हैं. ऐसे में शीर्ष नेतृत्व और पार्टी के बड़े नेताओं के साथ विचार-विमर्श करने के बाद ही प्रत्याशी को लेकर निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जल्द ही नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य चंपावत जाने वाले हैं.
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कांग्रेस का प्रशासन और बीजेपी से मुकाबलाःइसके अलावा हरीश रावत और प्रीतम सिंह भी चंपावत प्रस्थान करेंगे. यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई की टीम, महिला कांग्रेस और सेवा दल भी चंपावत चुनाव को लेकर वहां जुटेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को प्रशासन और बीजेपी से मुकाबला करना होगा. क्योंकि, प्रशासन जरूर बीजेपी का साथ देगा. यह चुनाव भले ही कांग्रेस के लिए चुनौती है, लेकिन चुनाव हमारे लिए कठिन नहीं होगा और कहीं न कहीं बीजेपी की इस बार रणनीति कमजोर दिखाई दे रही है.
चंपावत विधानसभा सीट का समीकरणःचंपावत विधानसभा सीट (Champawat assembly seat) में साल 2002 के बाद से अब तक हुए 5 चुनाव में से तीन बार बीजेपी के नाम ही रही है. राज्य में पहले विधानसभा चुनाव के दौरान जहां कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल (Congress Leader Hemesh Kharkwal) ने चुनाव जीतकर चंपावत सीट बीजेपी से छीन ली तो वहीं 2007 में बीजेपी की बीना महाराणा ने इस सीट पर भगवा लहराया.