देहरादून: बागेश्वर उपचुनाव के परिणाम भले ही कांग्रेस के पक्ष में नहीं आए हो, लेकिन कांग्रेस के हौसले अब भी बुलंद हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा की मानें तो इस चुनाव में बीजेपी की नैतिक हार हुई है. उसका सीधा उदाहरण यह है कि बीजेपी प्रत्याशी पार्वती दास के पोलिंग बूथ यानी मंडलसेरा में भी कांग्रेस को लीड मिली है. इसके कांग्रेस अपनी बड़ी जीत मान रही है.
माहरा का कहना है कि बागेश्वर उपचुनाव में कांग्रेस का 20 प्रतिशत वोट बैंक बढ़ा है. वहीं बीजेपी ने चुनाव को प्रभावित करने के लिए सत्ता का जमकर दुरुपयोग किया है. माहरा का आरोप है कि बीजेपी ने इस चुनाव को जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी, तब भी बीजेपी अपना वोट बैंक नहीं बढ़ा पाई है. इसके उल्ट कांग्रेस ने पिछले चुनाव की तुलना में 10 हजार वोट जोड़े हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इस चुनाव को प्रभावित करने के लिए विपक्ष पर जहां पाबंदियां लगाई थी, वहीं शोक सभा के नाम पर अपने नेताओं के लाइव भाषण वोटिंग के दिन दिखाने का काम किया गया, जो अपने आप में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है.
कांग्रेस के लिए 2024 में शुभ संकेत:माहरा का मानना है कि बागेश्वर उपचुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए 2024 में शुभ संकेत हैं कि आने वाले दिनों में कांग्रेस और बेहतर काम करेगी और बेहतर रिजल्ट लाएगी, जबकि बीजेपी के लिए यह चुनाव परिणाम उल्टी गिनती शुरू करने वाले हैं.
डेंगू के मामले पर सरकार को घेरा:कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने उत्तराखंड में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर बीजेपी को घेरा है. करण माहरा ने कहा कि राज्य में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है, लेकिन सरकार मूक दर्शक बनकर बैठी हुई है.
करण माहरा ने आरोप लगाया कि सरकार ने डेंगू से निपटने के लिए देहरादून नगर निगम को करीब 40 लाख रुपए का भारी भरकम बजट फॉगिंग के लिए दिया गया, लेकिन किसी भी मोहल्ले में प्रॉपर फॉगिंग नहीं की जा रही है. स्मार्ट सिटी के नाम पर जगह-जगह सड़कें खोद दी गई हैं, जहां बरसात में पानी भर गया और उनमें डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं. यहीं कारण है कि डेंगू महामारी का रूप लेता जा रहा है.
देहरादून में डेंगू से 12 लोगों की मौत:करण माहरा ने बताया कि डेंगू के कारण अभीतक देहरादून में ही 12 लोगों की मौत हो चुकी है. राजधानी दून में डेंगू के करीब 900 मामले सामने आ चुके हैं. करण माहरा ने कहा कि डेंगू हर साल आने वाली बीमारी है, जिसकी सरकार ने रोकथाम को लेकर कोई तैयारी नहीं की.
करण माहरा ने डेंगू गाइडलाइन का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें सरकार की बुद्धि पर तरस आता है. क्योंकि 10 हजार से नीचे प्लेटलेट्स आने पर ही ब्लड बैंक से उस मरीज को प्लेटलेट दी जाने की बात की गई है, लेकिन इतने कम प्लेटलेट्स की वजह से मरीज की स्थिति चिंताजनक हो जाती है.
उन्होंने कहा कि 30,000 से नीचे प्लेटलेट्स आने पर मरीज घबरा जाता है, लेकिन सरकार डेंगू को लेकर ऐसे एडवाइजरी जारी कर रही है, जो जनता को भयभीत करने के समान है.