ऋषिकेश: श्रावण मास में नीलकंठ (Rishikesh Neelkanth Temple) यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब लगातार बढ़ रहा है. इससे न केवल सड़कों पर भारी भीड़ हो गयी है, बल्कि स्थानीय पुलिस-प्रशासन को यातायात को व्यवस्थित करने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है. कई सड़कों के रूट परिवर्तित किये गए हैं. वहीं क्षेत्र में पेट्रोल की कमी भी देखने को मिली, जिससे यात्री परेशान दिखाई दिए.
ऋषिकेश में पंप पर नहीं मिला पेट्रोल तो कांवड़ियों ने बिछाई दरी, और सज गई 'ताश' की महफिल - rishikesh latest news
श्रावण मास में नीलकंठ (Rishikesh Neelkanth Temple) यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद लगातार बढ़ रही है. पुलिस-प्रशासन को यातायात को व्यवस्थित करने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है. वहीं पेट्रोल की कमी से यात्री परेशान दिखाई दिए. कांवड़ियों को जब पेट्रोल नहीं मिला तो वो वहीं बैठकर ताश खेलने लगे.
दूसरी ओर सड़कों पर भारी भीड़ भरे यातायात के परिणाम स्वरूप हिमालय के द्वार कहलाने वाले तीर्थनगरी ऋषिकेश क्षेत्र में लोगों को पेट्रोल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों पर भारी भीड़ के चलते स्थानीय नागरिकों का बाजार आना-जाना थम सा गया है. जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने बताया कि श्यामपुर फाटक के समीप हरिद्वार ऋषिकेश रोड पर गढ़ी रोड के समीप दोनों पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल का स्टॉक समाप्त है. यहां कांवड़िए पेट्रोल की प्रतीक्षा में पेट्रोल पम्प पर दरी बिछाकर ताश खेलते नजर आए. भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिसकर्मियों को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है.
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श्यामपुर स्थित रेलवे फाटक पर बाईपास पुलिस चौकी प्रभारी आदित्य सैनी और ऋषिकेश कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक डीएल काला पुलिसकर्मियों के साथ तैनात नजर आए, जबकि बाईपास रेलवे फाटक पर रेलवे पुलिस फोर्स के उप निरीक्षक सहित पुलिस कर्मी मौजूद हैं. समिति के सदस्य ने जिला पूर्ति अधिकारी से सभी पेट्रोल पंपों पर ईंधन उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. उन्होंने पुलिस-प्रशासन की मुस्तैदी पर उत्तराखंड पुलिस का आभार जताया.