देहरादूनःउत्तराखंड पुलिस महकमे में तैनात कर्मचारियों से जुड़े कई मामले सामने आते रहते हैं. ताजा प्रकरण उधम सिंह नगर से सामने आया है. यहां एक पुलिस जवान ने पुलिस लाइन के RI और स्टोर मुंशी पर मारपीट के गंभीर आरोप लगाए हैं. इस पुलिस जवान का नाम दीपक उप्रेती है, जो चतुर्थ श्रेणी (कुक पद) में कार्यरत है. वहीं, जवान के आरोपों के बीच एक दूसरी ही कहानी निकलकर सामने आई है.
दरअसल, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दीपक उप्रेती पिछले डेढ़ साल से विभाग की ड्यूटी पर तैनात ही नहीं है. उधम सिंह नगर पुलिस लाइन प्रतिसार इंस्पेक्टर (RI) ने 18 अप्रैल को चेकिंग के दौरान पाया कि दीपक उप्रेती ड्यूटी पर नहीं है. पूछताछ में उनको पता चला कि वो डीजीपी की पत्नी अलकनंदा के पंतनगर स्थित सरकारी बंगले पर बावर्ची का काम करता है. वहां पता किया गया तो ये बात गलत निकली. पता चला कि वो राज्य के बाहर है और इस दौरान वो बहाने बनाकर पुलिस लाइन में अधिकारियों को गुमराह करता रहा.
उधम सिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि, ड्यूटी से नदारद रहने वाले चतुर्थ श्रेणी में कार्यरत दीपक उप्रेती के क्रियाकलापों का जब पर्दाफाश हुआ तो बीती 22 मई को उसने उधम सिंह नगर पुलिस लाइन प्रतिसार इंस्पेक्टर (RI) के ऊपर गंभीर मारपीट जैसे आरोप लगाते हुए एसएसपी को शिकायत पत्र दिया.
इस प्रकरण में हैरानी वाली बात ये है कि पिछले डेढ़ साल से ड्यूटी से गायब रहने के बाद भी दीपक उप्रेती बराबर अपनी सैलरी लेता रहा लेकिन उसकी तैनाती के बारे में किसी को कानोंकान खबर नहीं हुई. पुलिस मुख्यालय ने इस पूरे प्रकरण की जांच रुद्रपुर सीओ सिटी अभय सिंह को जांच सौंपी है.
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दीपक का आरोप: मूल रूप से अल्मोड़ा जनपद के ग्राम चिल (पितोड़ी) के रहने वाले दीपक उप्रेती (पुत्र शेखर चंद्र) ने अपने शिकायत पत्र में बताया कि, वो 2018-19 उधम सिंह नगर रुद्रपुर के पुलिस लाइन में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी (कुक) पद पर कार्यरत है. निरीक्षक के आदेश पर वो किसी भी थाने और कभी किसी कोतवाली सहित उच्च अधिकारियों के घर पर खाने बनाने में अपनी सेवाएं देता रहा है. इसी बीच बीते 20 अप्रैल 2022 को प्रतिसार निरीक्षक वेद प्रकाश भट्ट ने उसे डीजीपी की पत्नी अलकनंदा के सरकारी आवास पर कार्य करने को कहा.
दीपक उप्रेती ने शिकायती पत्र में बताया कि, इंस्पेक्टर के इस निर्देश पर उसने पत्नी का स्वास्थ्य खराब होने के कारण कुछ दिन घर जाने की इजाजत मांगी, ताकि पत्नी को डॉक्टर के पास दिखा सके. लौट आने पर उसने DGP की पत्नी के निवास पर ड्यूटी करने की बात कही. दीपक उप्रेती का आरोप है कि बस इसी बात से नाराज होकर लाइन इंस्पेक्टर ने उसे गंदी गालियां दीं और उसे कुछ अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर DGP के बंगले तक पहुंचाया.