देहरादून: प्रदेश में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने की कवायद जारी है, अब अकादमी में 'अर्जुन' तरासे जाएंगे. लिहाजा, टिहरी स्थित साहसिक खेल अकादमी में अब एनसीसी के बच्चों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके साथ ही 25-25 वाले बैच की संख्या बढ़ाकर 30-30 करने का निर्णय लिया गया. इस संबंध में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के अधिकरियों के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई.
यूटीडीबी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) कर्नल अश्विन पुंडीर ने बताया कि बैठक में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए टिहरी में बनी साहसिक खेल अकादमी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. आइटीबीपी के जवान रोमांचक करतब दिखाने के साथ स्थानीय युवाओं को भी प्रशिक्षित दे रहे हैं. अकादमी में अभी 25-25 युवाओं के बैच का संचालन किया जा रहा है. जिसकी संख्या बढ़ाकर 30-30 के बैच में युवाओं को साहसिक खेलों की बारीकियां सिखाई जाएंगी.
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जिसमें एनसीसी के बच्चों को मुख्य रूप से जोड़ा जाएगा. इससे स्थानीय युवाओं को भी साहसिक खेलों में करियर बनाने में मदद मिलेगी और टिहरी झील में पर्यटन भी बढ़ेगा. बताया कि टिहरी में ट्रैकिंग और माउंटेन बाइकिंग की अपार संभावनाएं हैं. ऐसे में प्रदेश भर के युवाओं के लिए ट्रैकिंग और माउंटेन बाइकिंग का भी प्रशिक्षण प्रोग्राम का संचालन किया जाएगा. जिसमें आईटीबीपी के जवान युवाओं को ट्रेनिंग देंगे.
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अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) कर्नल अश्विन पुंडीर ने बतााया कि टिहरी झील में वाटर स्पोर्ट्स और ऋषिकेश के शिवपुरी में सालों का अनुभव रखने वाले गाइडों के साथ युवाओं को राफ्टिंग के गुर सिखाने के लिए भी आईटीबी की ओर से सहमति दी गई है. सभी औपचारिकताओं को पूरा कर इन दोनों जगहों में भी साहसिक खेलों का ट्रेनिंग प्रोग्राम का संचालन किया जाएगा. इसके अलावा साहसिक खेलों के हायर कोर्स के लिए भी आईटीबीपी के साथ समझौता कर इस क्षेत्र में करियर बनाने वाले युवाओं को मौका दिया जाएगा. उन्होंने आगे बताया कि बैठक में उठाए सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर आईटीबीपी के अधिकारियों की ओर से सकारात्मक सहयोग देने का आश्वासन दिया गया है.