देहरादून: बीजेपी विधायक महेश नेगी से जुड़े यौन उत्पीड़न मामले में पीड़िता के आरोप के आधार पर अब शुक्रवार से एसआईएस टीम द्वारा सबूत जुटाने को कार्रवाई तेज कर दी है. इससे पहले कोर्ट में पीड़िता के 164 के बयान दर्ज किये गये. अब महिला द्वारा बताए गये दुष्कर्म घटनास्थलों पर जाकर एसआईएस जांच टीम साक्ष्य एकत्र कर रही है. ऐसे में अगर यौन उत्पीड़न से जुड़े साक्ष्य सबूत सामने आते हैं तो आने वाले दिनों में आरोपी विधायक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
वहीं, ब्लैकमेल और दुष्कर्म मामले को लेकर देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी का कहना है कि इस प्रकरण में दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर दो मुकदमे दर्ज हैं. ऐसे में ब्लैकमेल वाले मामले की जांच फिलहाल कुछ दिनों से रुकी हुई है. वहीं, दुष्कर्म मामले में एसआईएस जांच टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर विधिवत तरीके से परीक्षण कर साक्ष्य व तथ्यों को एकत्र करने का कार्य शुरू किया गया है.
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डीआईजी ने कहा कि उनका फोकस सिर्फ इस बात पर है कि दोनों ही मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से जांच पड़ताल हो. साथ ही समय से मामले की विवेचना पूरी की जाए ताकि पूरे प्रकरण की वास्तविकता सबके सामने आ सके.