देहरादून: यूजेवीएनएल (उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड) के छिबरो, खोदरी और डाकपत्थर पावर हाउस में 98 करोड़ की खरीद समेत विभिन्न कार्यों में गड़बड़ी का मामला सामने आया था. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तक भी पहुंची थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए थे. यूजेवीएनएल में हुई गड़बड़ी को लेकर बिठाई गई जांच पूरी हो गयी है. जांच रिपोर्ट अपर सचिव अरुणेंद्र सिंह चौहान ने ऊर्जा सचिव राधिका झा को सौंप दी है.
आपको बता दें कि यूजेवीएनएल में पावर हाउस के कामों में गड़बड़ी की उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग भी अपनी रिपोर्ट में पुष्टि कर चुका था. आयोग ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट कर दिया था कि सिर्फ तार की खरीद में गड़बड़ी नहीं हुई है, बल्कि पैनल, बैटरी और चार्जर की खरीद भी दोगुने से अधिक दाम पर हुई थी. मिली जानकारी अनुसार, साढ़े चार लाख का पैनल नौ लाख रुपये और 74 हजार की बैटरी 1.85 लाख रुपये में खरीदी गई. यही नहीं, 11 केवी तार 700 रुपये की बजाय 2,595 रुपये में खरीदा गया था. इसके साथ ही यूजेवीएनएल ने यूपीसीएल से दोगुने दाम पर तमाम उपकरण भी खरीदे थे.