देहरादून:पिछले लंबे समय से उत्तराखंड का बाल विकास विभाग अपने विवादों के चलते चर्चाओं में है. ऐसे में मंत्री रेखा आर्य के विभाग पर प्रदेश भाजपा संगठन भी असहज नजर आ रहा है. पार्टी का इस मामले पर कहना है कि शासन में पूरे मामले की जांच चल रही है और जल्द ही जांच के बाद कुछ स्पष्ट हो पाएगा.
विवादों के कारण चर्चा में है महिला एवं बाल विकास विभाग
दरअसल, उत्तराखंड में अधिकारियों की मनमानी किसी से छुपी नहीं है. हालांकि जब मंत्रियों के साथ अधिकारियों के विवाद हुए हैं तब-तब अधिकारी भी मंत्रियों को नीचा दिखाने से बाज नहीं आए हैं. यही लंबे समय से उत्तराखंड के महिला एवं बाल विकास विभाग में देखने को मिल रहा है. इसी को लेकर विभाग अपने विवादों के चलते लगातार चर्चाओं में है.
रेखा आर्य के विभाग पर प्रदेश भाजपा संगठन भी असहज. महिला एवं बाल विकास विभाग में नहीं हैं सचिव और निदेशक
बता दें कि, विभाग में सचिव और निदेशक न होने के चलते विभाग को लावारिस बताया जा रहा है. जिसका असर विभागीय कामकाज पर सीधे तौर पर पड़ रहा है. ऐसे में मंत्री रेखा आर्य और उनकी कार्यशैली पर भी कई सवाल उठ रहे हैं और सवाल भाजपा से भी किया जा रहा है. जिस पर प्रदेश भाजपा असहज नजर आ रही है. भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन ने कहा कि मामले की जांच शासन स्तर पर चल रही है और जल्द ही कुछ अपडेट सामने आएगा.
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अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार आज सौंप सकती हैं जांच रिपोर्ट
वहीं, शासन में चल रही जांच कि अगर बात करें तो अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, रेखा आर्य के विभाग से जुड़े इस मामले की जांच कर रही हैं और यह जांच पिछले कई हफ्तों से चल रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि मनीषा पंवार जांच के सभी तथ्यों का निष्कर्ष निकालकर आज मुख्य सचिव को सौंप देंगी.