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PM पद की रेस में नहीं थे राहुल, इस्तीफे से कोई भी कार्यकर्ता हताश नहीं: इंटक

इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश सुंदरियाल ने राहुल गांधी के इस्तीफे को औरों के लिए सबक करार दिया है. उन्होंने कहा है कि उनके इस्तीफे से किसा का मनोबल नहीं टूटा है.

राहुल गांधी के इस्तीफे पर इंटक की सफाई

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Published : Jul 5, 2019, 8:01 AM IST

देहरादून: राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद राजनीतिक गलियारों में तमाम तरह की चर्चाएं गरम हैं. इसी कड़ी में राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश सुंदरियाल का कहना है कि राहुल गांधी के इस्तीफे से कोई कार्यकर्ता हताश नहीं है, किसी का भी मनोबल नहीं टूटा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी लगातार गांधी परिवार पर हमला करती रहती है, जबकि इस परिवार ने देश के लिए दो-दो शहादतें दी हैं.

गुरुवार देर शाम देहरादून पहुंचे राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश सुंदरियाल ने ETV भारत से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी के इस्तीफे से उन लोगों को सबक लेना चाहिए, जिन्होंने पार्टी के बजाय अपना और अपने परिवार को आगे बढ़ाने का काम किया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया है.

सुंदरियाल ने कहा कि राहुल गांधी के इस्तीफे से उन नेताओं को सोचना चाहिए, जिनकी वजह से कांग्रेस पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा. ऐसे कांग्रेसी नेताओं को शर्म आनी चाहिए, जो बंद कमरों में बैठकर एसी की हवा खाते हैं और हवाई यात्रा करते रहते हैं. उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर फिर से कांग्रेस को खड़ा करने का काम करना चाहिए.

राहुल गांधी के इस्तीफे पर इंटक की सफाई

इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि राहुल को प्रधानमंत्री पद का कोई मोह नहीं है. न तो वो पहले भी प्रधानमंत्री पद की दौड़ में थे और न आज हैं. अगर राहुल गांधी और सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री बनना होता, तो तीन तीन बार मौका मिलने के बावजूद उन्होंने पीएम का पद नहीं लिया, जबकि सरकार के पास उस दौरान पूर्ण बहुमत था.

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दिनेश सुंदरियाल ने तारीफ करते हुए कहा कि गांधी परिवार ने हमेशा गरीब, मजदूर, किसानों के हित की बात की है. पूर्व सीएम हरीश रावत के इस्तीफे को लेकर उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने से दिम्मेदारी कम नहीं हो जाती, इस्तीफे के बजाय जमीनी स्तर पर काम करने की आवश्यकता है.

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