देहरादून: महिम वर्मा को बीसीसीआई में उपाध्यक्ष पद की बड़ी जिम्मेदारी मिली है. बीसीसीआई में बड़ी जिम्मेदारी संभालने वाले महिम वर्मा उत्तराखंड के पहले व्यक्ति बन गए हैं. सौरभ गांगुली के अध्यक्ष बनने के बाद अब वे उनके साथ नई पारी की शुरुआत करेंगे. हालांकि अभी अधिकारिक घोषणा होना बाकी है. ईटीवी भारत ने महिम वर्मा से खास बातचीत की है.
बीसीसीआई के नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष महिम वर्मा से खास बातचीत. नवनिर्वाचित बीसीसीआई उपाध्यक्ष महिम वर्मा ने बताया कि उनके लिए यह अनएक्सपेक्टेड था कि उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी. वे कहते हैं कि भगवान और लोगों के आशीर्वाद से उन्हें इतना बड़ा अवसर मिला है. हालांकि वे इस पद को एक चुनौती के रूप में देखते हैं, वे कहते हैं कि इससे पहले वे क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव थे. लेकिन अब उनपर पूरे देश की जिम्मेदारी है.
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24 अक्टूबर को होगी बीसीसीआई की पहली बैठक
उन्होंने बताया कि इस चुनौती में उनके साथ भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली हैं. 24 अक्टूबर को बीसीसीआई के नई कार्यकारिणी की बैठक होनी है. जिसमें तमाम नए एजेंडों पर चर्चा की जाएगी.
40 सालों की मेहनत का मिला फल
उन्होंने बताया कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पूर्व अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट और पूर्व सचिव की मेहनत ही रंग लायी है. जिसकी बदौलत 13 अगस्त को क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को पूर्ण रूप से बीसीसीआई से मान्यता मिली है. वे कहते हैं कि एसोसिएशन के पदाधिकारियों के 40 साल की मेहनत का परिणाम है कि उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी मिली है.
अंतरराष्ट्रीय राजीव गांधी स्टेडियम देखने आ सकते है शाहरुख खान.
महिम वर्मा ने बताया कि मुंबई में एक्टर शाहरुख खान से भी उनकी फॉर्मल मुलाकात हुई थी. जिसमें उनसे उत्तराखंड में बने राजीव गांधी स्टेडियम के बारे में भी जिक्र किया गया. साथ ही उन्हें उत्तराखंड आकर यह स्टेडियम देखने के लिए भी आमंत्रित किया. ऐसे में उम्मीद है कि वे अपने बिजी शेड्यूल में से थोड़ा समय निकालकर उत्तराखंड स्थित राजीव गांधी स्टेडियम घूमने आएंगे.
उत्तराखंड को मिलेगी नए स्टेडियम की सौगात
नवनिर्वाचित बीसीसीआई उपाध्यक्ष महिम वर्मा ने बताया कि उत्तराखंड राज्य को बीसीसीआई से क्रिकेट की मान्यता मिल गई है. ऐसे में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड सीधे तौर पर बीसीसीआई कमेटी के सामने अपनी बात रख सकता है. उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता उत्तराखंड की यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने की होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपना एक स्टेडियम होना चाहिए. जिससे क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड रेगुलर यहां खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दे सके.