मसूरी: खेल एवं सांस्कृतिक समिति द्वारा सेंट लॉरेंस हाईस्कूल के खेल प्रशिक्षक व अंतराष्ट्रीय रेफरी सैमुअल चंद्र को भव्य स्वागत किया गया. सैमुअल थाईलैंड में आयोजित वीडब्ल्यूएफएफ विश्व कप फुटबाल प्रतियोगिता में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व कर वापस लौटे हैं. इस मौके पर मसूरी के होटल में आयोजित कार्यक्रम में मसूरी खेल एवं सांस्कृतिक समिति द्वारा सैमुअल चंद्र को शॉल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया.
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल रेफरी सैमुअल चंद्र को मोमेंटो दिया गया. फुटबॉल रेफरी का स्वागत: लोगों ने कहा कि सैमुअल चंद्र ने मसूरी का ही नहीं पूरे उत्तराखंड और देश का नाम विश्व में रोशन किया है. उनका खेल के प्रति समर्पण साफ तौर पर नजर आता है. उन्होंने विषम परिस्थितियों में भी आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है. इस मौके पर मसूरी के कई लोगों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल प्रतियोगिता में प्रतिभा करने के लिए सैमुअल चंद्र को मुबारकबाद दी.
सम्मान से खुश नजर आए सैमुअल चंद्र सम्मान मिलने पर खुश हुए सैमुअल चंद्र: इस मौके पर मसूरी में खेल मैदान की कमी को लेकर सभी लोगों ने नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक से मसूरी के भिलाड़ू स्टेडियम के निर्माण की बात हो रही है, परंतु दुर्भाग्यवश सरकार द्वारा इस पर काम नहीं किया जा रहा है. सैमुअल चंद्र ने कहा कि मसूरी खेल एवं सांस्कृतिक समिति द्वारा उनको सम्मानित किया गया है. जिसके लिए वह उनका आभार व्यक्त करते हैं. उन्होंने कहा कि जब किसी को भी सम्मान मिलता है तो उसको और बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलती है.
सैमुअल ने छात्रों को अनुभव बांटने की बात कही छात्रों में बांटेंगे अपना अनुभव: उन्होंने कहा कि आज उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग किया है. इसका लाभ आपने छात्र-छात्राओं को जरूर देंगे जिससे वो अपने जीवन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग कर सकें. उन्होंने कहा कि अभी तक उनके स्कूल से 278 छात्र छात्राएं नेशनल स्तर तक प्रतिभा कर चुके हैं. उनका सपना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनके बच्चे प्रतिभाग करें. उन्होंने कहा कि जल्द वह मास्टर्स डिपार्टमेंटल एथलेटिक मीट में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करने जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें: खेल मंत्री रेखा आर्य ने CM धामी को सौंपा 38वें नेशनल गेम्स का फ्लैग, अब खेल सचिवालय करेगा नेशनल गेम्स की तैयारी