देहरादून: एपीडा द्वारा उत्तराखंड के उत्पादों के एक्सपोर्ट को बढ़ाने के उद्देश्य से एक दिवसीय 'इंटरनेशनल कॉन्क्लेव कम बायर सेलर' कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में कृषि मंत्री गणेश जोशी, देश-विदेश के क्रेता-विक्रेता, प्रदेश के कृषक और एफपीओ सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे. इस अवसर पर कृषि मंत्री ने उत्तराखंड के प्रथम निर्यात ऑर्गेनिक उत्पादों और फल सब्जियों के वाहन को बहराइन और लंदन के लिए रवाना किया.
उत्तराखंड के उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने में जुटी राज्य सरकार:कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि जिस मकसद के साथ एपीडा की स्थापना की गई थी. उसी दिशा में भारत सरकार का यह उपक्रम काम कर रहा है. उत्तराखंड सरकार एपीडा के साथ लगातार काम करते हुए राज्य के उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने का काम कर रही है. उन्होंने बताया कि आज के इस कॉन्क्लेव में दुनिया भर के देशों से डेलिगेशन यहां पहुंचे हैं. साथ ही देश के बड़े एक्सपोटर के साथ-साथ किसान समूह भी एक प्लेटफार्म पर मौजूद है, जो कि कृषि क्षेत्र के लिए नया आयाम स्थापित करेगा.
कार्यक्रम में शामिल हुए 20 देशों के इंपोटर्स:एपीडा के उप महाप्रबंधक डॉ. सीबी सिंह ने कहा कि इस कॉनक्लेव में दुनिया भर से रसिया, बेलारूस, UAE, लेबनान सहित तकरीबन 20 देशों से इंपोटर्स बुलाए गए हैं. देश में काम करने वाले 20 बड़े एक्सपोटर्स और 100 से ज्यादा किसान और किसान संगठन भी इस कॉनक्लेव में शामिल हुए. वहीं, एपीडा के चेयरमेन अभिषेक देव ने बताया कि आज इसी कार्यक्रम में एपीडा ने अपना विजन डॉक्यूमेंट भी रिलीज किया है. जिसमें बताया गया है कि आने वाले निकट भविष्य में एपीडा किस तरह से काम करेगा और किस तरह से एक्सपोर्ट के क्षेत्र में उत्तराखंड सहित देश के तमाम राज्यों से निर्यात को बढ़ावा देगा.