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महाकुंभ 2021: शाही स्नान के दिन VIP एंट्री बैन, SOP को लेकर अंतरराज्यीय बैठक

देहरादून पुलिस मुख्यालय में महाकुंभ आयोजन को लेकर उच्च स्तरीय बैठक हुई. इसमें सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन को धरातल पर लागू करने के लिए विभिन्न राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ उत्तराखंड के डीजीपी ने मंथन किया.

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देहरादून मुख्यालय में अंतरराज्यीय बैठक

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Published : Feb 19, 2021, 2:15 PM IST

Updated : Feb 20, 2021, 2:12 PM IST

देहरादून:महाकुंभ आयोजन को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को धरातल पर लागू करने के लिए देहरादून पुलिस मुख्यालय में अंतरराज्यीय पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई. उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, एनआईए, रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों सहित प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस बैठक में मौजूद रहे. इस महत्वपूर्ण बैठक में आपसी सामंजस्य बनाकर हरिद्वार में आयोजित महाकुंभ को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की कार्य योजना बनाई गई है.

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डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में कुंभ मेला-2021 में भीड़, यातायात एवं पुलिस प्रबंधन को लेकर अंतरराज्यीय समन्वय बनाने पर संबंधित राज्य की पुलिस सहित अन्य एजेंसियों के अधिकारियों से विचार-विमर्श कर सुझाव लिए गये. इस महत्वपूर्ण बैठक में हरिद्वार महाकुंभ मेले के दौरान राज्य और केंद्र सरकार द्वारा जारी कोविड-19 की SOP का प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया गया.

इतना ही नहीं, देश के अलग-अलग राज्यों व अन्य स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ कोविड-19 की SOP का अनुपालन कराने के लिए भी संबंधित राज्यों के पुलिस अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

ये है केंद्र सरकार की एसओपी-

  • सभी आश्रम/धर्मशाला/होटल/अतिथि गृह में ठहरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के हरिद्वार आने की तारीख से 72 घंटे पहले तक की नेगेटिव कोविड RT-PCR लेकर आना जरूरी होगा.
  • कुंभ मेला हरिद्वार में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति अथवा यात्री को महाकुंभ मेला, 2021 के वेब पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा, केवल रजिस्टर्ड लोगों को ही एंट्री मिलेगी.
  • आश्रम या धर्मशाला में केवल उसी व्यक्ति को प्रवेश मिलेगा जिसके पास एंट्री पास होगा और हथेली के ऊपरी भाग पर अमिट स्याही का चेक्ड मार्क होगा.
  • कुंभ मेले के दौरान संपूर्ण मेला क्षेत्र में किसी भी स्थान पर संगठित रूप से भजन गायन और भंडारे के आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा.
  • कुंभ मेले के दौरान अनावश्यक भीड़ भाड़ से बचने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए अहम स्नान/पर्व स्नान/शाही स्नान के दिन केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ही खुलेंगी जैसे- भोजन, डेयरी, दवा, पूजन सामग्री और कंबल आदि की दुकानें ही खुलेंगी.
  • किसी भी श्रद्धालु/ श्रद्धालुओं का जत्था को पवित्र स्नान के लिए अधिकतम 20 मिनट दिए जाएंगे. इसके बाद श्रद्धालुओं की निकासी के लिए पर्याप्त मानव संसाधन की तैनाती की जाएगी ताकि अगला जत्था पवित्र स्नान कर सके.
  • स्नान घाट या घाट क्षेत्र में तैनात सभी कर्मी यथासंभव PPE किट से लैस होंगे और सभी सुरक्षा उपायों का पालन करेंगे.
  • रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालु रेलवे टिकट के साथ कुंभ मेला का पंजीकरण पत्र और कोविड की नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट दिखाएंगे तभी स्टेशन से निकलने की अनुमति होगी.
  • बस स्टैंड/स्टेशन/डिपो पर कुंभ मेला प्रवेश के लिए पंजीकरण पत्र और कोविड-19 की नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट दिखाने के बाद ही यात्रियों या श्रद्धालुओं को बस में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.
  • इन सबके अलावा थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क का हर समय अनिवार्य उपयोग, 6 फीट की दूरी के नियम का पालन करना होगा.
  • राज्य सरकार सस्ती दरों पर मेले में मास्क उपलब्ध कराएगी. बिना मास्क पकड़े जाने पर राज्य सरकार की एजेंसियां नियमानुसार जुर्माना लगाएंगी.
  • मेले के दौरान या तो थोड़ी-थोड़ी देर बाद अपने हाथ साबुन से धुलने होंगे या फिर हैंड सैनिटाइजर साथ रखना होगा.
  • राज्य सरकार को सार्वजनिक स्थानों पर हाथ धोने और सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी.
  • कुंभ मेला स्थल पर कहीं भी थूकना प्रतिबंधित होगा.
  • सभी को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल करना होगा.
  • राज्य सरकार को 65 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और 10 साल से कम उम्र के बच्चों को कुंभ मेले में न जाने के लिए प्रेरित करना होगा.
  • राज्य सरकार ऐसे कर्मचारी जो बुजुर्ग हैं और गर्भवती महिलाओं आदि को कोई ऐसी ड्यूटी नहीं देगी, जिसमें वह सीधे जनता का सामना करें.

इसके अलावा सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ सहमति बनी है कि सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी. क्योंकि कुछ लोग मेले का माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं. ऐसे अराजकता तत्वों पर पुलिस की सोशल मीडिया के साथ अन्य तरीकों से भी नजर रहेगी. इसके अलावा आस पड़ोसी राज्य हिमाचल और यूपी से बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे, जिसकी मॉनिटिरिंग उत्तराखंड पुलिस करेगी ताकि भीड़ बढ़ने पर रूट को डायवर्ट किया जा सके.

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VIP मेहमानों की एंट्री बैन

महाकुंभ के शाही और मुख्य स्नान वाले दिन यदि वीआईपी आना चाहते तो वो साधारण श्रद्धालुओं के तौर पर शामिल हो सकते हैं. ऐसे महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है. बैठक में तय किया गया कि सभी राज्यों को कंट्रोल रूमों को आपस में मर्ज किया जाएगा, ताकि राज्यों के अधिकारी एक मंच पर एक-दूसरे के साथ जुड़कर काम कर सकें. इसके साथ ही महाकुंभ मेला आयोजन से संबंधित सभी तरह की बातें अंतरराज्यीय स्तर पर पुलिस एक दूसरे का साथ शेयर करेगी, ताकि किसी भी तरह सूचना और जानकारी का अभाव न हो.

Last Updated : Feb 20, 2021, 2:12 PM IST

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