देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड न सिर्फ अपने देव-देवालय और मठ मंदिरों के लिए बल्कि जैव विविधता को लेकर भी खूब चर्चित है. यहां की खूबसूरत वादियां देखने के लिए देश से ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक भारी संख्या में उत्तराखंड आते हैं. यही कारण है कि उत्तराखंड में हर साल पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है.
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इसके अलावा अकेले राजधानी देहरादून यानी दून घाटी की बात करें तो ये भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. देहरादून जिला पर्यटन के लिहाज से तीन भागों (देहरादून, मसूरी, ऋषिकेश) में बंटा हुआ है. अगर सरकारी आंकड़ों की बात करें तो साल 2018 में देहरादून शहर में करीब 24 लाख 84 हजार 289 सैलानी आए थे. वहीं ऋषिकेश के आंकड़ों पर नजर डाले तो यहां करीब 6 लाख 62 हजार 118 पर्यटक आए थे. इसके अलावा पहाड़ों की रानी मसूरी की बात की जाए तो यहां 2018 में सबसे ज्यादा 25 लाख 17 हजार 354 सैलानी आये थे.
देहरादून, नाम जुबां पर आते ही लोगों के दिमाग में पहाड़ और खूबसूरत वादियां बरबस ही आ जाती हैं. पहाड़ों की गोद में बसा देहरादून अपने आप में ही कई खूबसूरत वादियों और कई ऐसे स्थलों को समेटे हुए है, जहां हर कोई घूमने आना चाहता है. यही वजह है कि देहरादून की खूबसूरत वादियों का लुफ्त उठाने हर साल लाखों की संख्या में सैलानी देहरादून पहुंचते हैं.
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देहरादून के मुख्य पर्यटक स्थल
देहरादून में कई ऐसे स्थल है, जहां हर साल लाखों की संख्या में सैलानी घूमने आते हैं. देहरादून में धार्मिक स्थलों के साथ-साथ कई पर्यटक क्षेत्र और केंद्रीय संस्थान भी हैं. टपकेश्वर मंदिर, बुद्धा टेंपल, संताल देवी मंदिर, झंडा साहिब, सहस्त्रधारा, गुच्चूपानी (राबर्स केव), चंद्रबनी मंदिर, फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, इंडियन मिलट्री अकादमी, राजाजी नेशनल पार्क, मालसी डियर पार्क, लच्छीवाला और क्लॉक टावर आदि शामिल हैं.
हालांकि, अगर पिछले तीन सालों के आंकड़े पर गौर करें तो पर्यटकों की संख्या में अच्छे खासे उतार चढ़ाव देखे गए हैं-
- साल 2019 में अप्रैल महीने तक राजधानी देहरादून में करीब 6 लाख 66 हजार 854 सैलानी घूमने आये, जिसमें से 6 लाख 54 हजार 29 भारतीय और 12 हजार 825 विदेशी थे.
- साल 2018 में राजधानी देहरादून में करीब 24 लाख 84 हजार 289 पर्यटक थे, जिसमें 24 लाख 53 हजार 998 भारतीय और 30 हजार 291 विदेशी पर्यटक थे.
- साल 2017 में राजधानी देहरादून में करीब 21 लाख 46 हजार 489 पर्यटक घूमने आए थे, जिसमें से 21 लाख 18 हजार 533 भारतीय और 30 हजार 291 विदेशी थे.
- साल 2016 में राजधानी देहरादून में करीब 26 लाख 33 हजार 739 सैलानी आये थे, जिसमें से 26 लाख 9 हजार 993 भारतीय और 23 हजार 746 विदेशी थे.
तीर्थस्थलों में से एक है ऋषिकेश
देहरादून जिले में स्थित तीर्थनगरी ऋषिकेश को "गेट-वे टू द गढ़वाल हिमालय" और "योग राजधानी" भी कहा जाता है. ऋषिकेश गंगा तट पर बसा हुआ है. यह तीनों और से वेदान्त शिवालिक पर्वत से घिरा हुआ है. यहां कई देवी-देवताओं के मंदिर बने हैं. इस वजह से ऋषिकेश का धार्मिक महत्व है, जहां हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक आते है. इसके साथ ही ऋषिकेश में योग और ध्यान का प्रशिक्षण भी होता है. हालांकि, साल दर साल ऋषिकेश के सैलानियों में बढ़ोतरी देखी गयी है, लेकिन साल 2018 में यहां सैलानियों का रुझान थोड़ा कम दिखा है.