देहरादून: पुरानी कहावत है कि अगर किसी की दाएं हाथ से मदद करो तो बाएं हाथ को खबर नहीं होनी चाहिए. लेकिन लॉकडाउन के बीच कुछ राजनेता असहाय लोगों के बीच खाद्य सामग्री बांट चुनाव प्रचार का मौका भी नहीं गंवा रहे हैं.
उत्तराखंड में भी ऐसे हजारों लोग हैं, जिनकी जिंदगी रोजाना की कमाई पर टिकी हुई है. ऐसे में संकट की घड़ी में जरूरतमंदों की मदद करते समय अगर वोट बैंक की राजनीति शुरू हो जाए तो लोगों का भरोसा इस तरह की मदद से उठ जाता है. फिलहाल उत्तराखंड की राजनीति में कुछ ऐसा ही हो रहा है. प्रदेश के दो मंत्रियों के गृह जनपद में ऐसा लग रहा है कि वह राशन वितरण के साथ-साथ मिशन-2022 की तैयारियों में भी जुट गए हैं.
LOCKDOWN: राहत कार्यों के बीच मिशन-2022 का 'खेल' यह बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उत्तराखंड सरकार में दो मंत्री अपने-अपने तरीके से राशन बांट रहे हैं. कुछ मंत्री बकायदा अपना पैम्फलेट छिपाकर सहायता लेने वालों को दे रहे हैं. इसके साथ ही एक दूसरे मंत्री के पति मास्क और सैनिटाइजर देने से पहले यह तस्दीक कर रहे हैं कि लेने वाला व्यक्ति उनके पहचानता है या नहीं.
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पहली तस्वीर धर्मनगरी हरिद्वार की है. जहां कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक की पार्टी से ताल्लुक रखने वाले हरिद्वार नगर निगम के वॉर्ड नंबर-10 के पार्षद ना केवल मंत्री द्वारा दी गई राशन किट लोगों को बांट रहे हैं. साथ ही साथ इस बात का भी उन्हें एहसास भी करा रहे हैं कि राशन किट किसी और ने नहीं, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने भेजा है. मदन कौशिक इस समय कैबिनेट में नंबर दो के मंत्री हैं और राज्य सरकार में प्रवक्ता भी हैं. लिहाजा उनके नेता राशन देते समय मंत्री जी की एक बड़ी फोटो का पैम्फलेट भी उन्हें दे रहे हैं.
वहीं, दूसरी तस्वीर उत्तराखंड के यमकेश्वर ब्लॉक की है. जहां बाल एवं महिला विकास मंत्री रेखा आर्या के पति मुंह पर मास्क लगाए इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि सैनिटाइजर और मास्क लेने वाले लोग उन्हें पहचान रहे हैं या नहीं. वह लगातार लोगों से इस बात का प्रमाण मांगते हैं कि लोग उन्हें पहचान रहे है या नहीं. इस बीच जो लोग नहीं पहचानते मंत्री जी के पति उन्हें अपने अंदाज में मास्क और सैनिटाइजर देते नजर आए.
ऐसा नहीं है कि उत्तराखंड में सिर्फ इन दो जगहों से ही ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं. बल्कि कई जगहों से इस तरह की तस्वीरें देखने को मिल रही हैं. जहां लोगों को राशन या खाना खिलाने के बाद यह जरूर बताया जा रहा है कि आपको मिल रहा खाना और खाद्य सामग्री किस किस पार्टी और किस नेता के सौजन्य से दिया जा रहा है.