देहरादून: पुलिस ने द्वाराहाट से बीजेपी विधायक महेश नेगी पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला का बड़ा झूठ पकड़ा है. देहरादून पुलिस द्वारा उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित महिला ने जिस अस्पताल में अपने बच्चे और पति का डीएनए टेस्ट कराने का दावा किया था. वह पूरी तरह से गलत है.
बता दें, विधायक नेगी पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला ने दावा किया था कि उसने यूपी के शामली स्थित सरकारी हॉस्पिटल में 27 जुलाई 2020 को डीएनए टेस्ट कराया था. बच्चे के डीएनए का रिपोर्ट पति के डीएनए से मैच नहीं हुआ.
जब पुलिस ने पूरे मामले की जांच शामली स्थित सरकारी अस्पताल में की तो पता चला कि बच्ची का जन्म जरूर अस्पताल में हुआ था. लेकिन पीड़िता ने किसी प्रकार का कोई टेस्ट अस्पताल में नहीं कराया है. वहीं, इस मामले में शामली सरकारी अस्पताल चिकित्सा अधीक्षक के मुताबिक किसी भी डीएनए टेस्ट जांच के लिए कोर्ट का आदेश जरूरी होता है. जिसके बाद डीएनए टेस्ट अधिकृत मेडिकल कॉलेज लखनऊ भेजा जाता है. लेकिन इस मामले में कोई डीएनए टेस्ट नहीं किया गया है.