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महेश नेगी यौन शोषण मामला: विधायक और पीड़िता के साथ होने का मिला सबूत, होटल में है एंट्री - देहरादून में एसपी क्राइम लोकजीत सिंह

विधायक महेश नेगी यौन शोषण केस पुलिस विधायक हॉस्टल और मसूरी होटल से सबूत इकट्ठा कर रही है. मसूरी के होटल मधुबन में जांच टीम को महेश नेगी और पीड़िता के साथ होने का सबूत मिला है.

MLA Mahesh Negi
महेश नेगी यौन शोषण मामला

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Published : Sep 26, 2020, 5:01 PM IST

Updated : Sep 26, 2020, 7:50 PM IST

देहरादून: द्वाराहाट से बीजेपी विधायक महेश नेगी यौन शोषण केस में देहरादून पुलिस सबूतों को एकत्र करने में जुटी हुई है. शनिवार को पीड़िता की निशानदेही पर पुलिस ने रेसकोर्स स्थित विधायक हॉस्टल और मसूरी के एक होटल से सबूत इकट्ठे किए हैं. वहीं, पूरे मामले में जांच टीम को पीड़िता द्वारा बताए गए मसूरी के एक घटनास्थल से अहम सबूत हाथ लगे हैं.

जांच टीम को मसूरी कैंपटी रोड स्थित होटल मधुबन में 1 दिसंबर 2018 को महेश नेगी और पीड़िता के मौजूद होने की जानकारी एंट्री रजिस्टर के जरिए हाथ लगी है. इतना ही नहीं, होटल के रजिस्टर में पीड़िता के हस्ताक्षर भी उसी दिन के मिले हैं. ऐसे में 5 सदस्य जांच टीम ने होटल एंट्री रजिस्टर की कॉपी और होटल के कमरों का मैप तैयार किया है. साथ ही जांच टीम ने होटल मधुबन के मैनेजर के बयान भी दर्ज किए हैं.

विधायक हॉस्टल और मसूरी होटल से जुटाए गए सबूत.

बदला गया कमरा

वहीं, पीड़िता के अधिवक्ता एसपी सिंह ने बताया कि शनिवार जांच अधिकारी महिला सब इंस्पेक्टर सहित 5 सदस्यों की जांच टीम मसूरी के उसी होटल मधुबन में पहुंची, जहां 1 दिसंबर 2018 को पहली बार बीजेपी विधायक पीड़िता को ले गए थे.

महेश नेगी ने पहले कमरा नंबर 212 बुक कराया था लेकिन कुछ देर बाद वह पीड़िता के कमरा नंबर-204 में पाए गए. अधिवक्ता एसपी सिंह के मुताबिक, होटल में घटना के दिन न सिर्फ विधायक महेश नेगी की एंट्री है. बल्कि पीड़िता के हस्ताक्षर होटल एंट्री रजिस्टर में भी मौजूद हैं.

विधायक हॉस्टल का कमरा आज भी मिला बंद

पीड़िता के वकील एपी सिंह ने बताया कि इससे पहले शुक्रवार को विधायक हॉस्टल में जांच टीम ने विधायक महेश नेगी के बंद कमरे को खुलवाने की अनुमति मांगी थी. जो शनिवार तक जांच टीम को प्राप्त नहीं हुई. अधिवक्ता एसपी सिंह मुताबिक पिछले 2 दिन से जांच टीम देहरादून रेसकोर्स स्थित विधायक हॉस्टल में उस कमरे में जांच पड़ताल करने पहुंची. जहां पीड़िता के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था.

लेकिन हॉस्टल अधिकारी द्वारा कमरा खोलने की अनुमति न मिलने के कारण पुलिस फिलहाल वहां से साफ सबूत नहीं जुटा पाई है. शनिवार को विधायक हॉस्टल पहुंची टीम ने राज्य संपत्ति विभाग अधिकारी से पिछले 2 साल के दौरान विधायक हॉस्टल के सीसीटीवी फुटेज और घटना के समय आने जाने वालों की जानकारी मांगी है.

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पीड़िता द्वारा दिए गए बयान के आधार पर एसआईएस टीम उत्तराखंड सहित दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हिमाचल में भी जांच कर रही है. इसके साथ ही टीम देहरादून और मसूरी के साथ-साथ कुमाऊं और गढ़वाल के अलग-अलग स्थानों में क्राइम सीन के मुताबिक सबूत जुटा रही है. एसपी क्राइम लोकजीत सिंह के मुताबिक पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस देहरादून और मसूरी के घटनास्थल पर जाकर साक्ष्य एकत्र कर रही है. इसके अलावा पीड़िता के बयान के आधार पर उत्तराखंड सहित दूसरे राज्यों से भी सबूत जुटाए जा रहे हैं.

Last Updated : Sep 26, 2020, 7:50 PM IST

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