देहरादूनःसोमवार को उत्तराखंड आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री यूनियन, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सेविका कर्मचारी यूनियन और उत्तराखंड भोजन माता कामगार यूनियन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सचिवालय कूच किया.
आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और भोजन माताओं ने सीटू कार्यालय से सचिवालय तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं ने सरकार के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया. प्रदर्शन के दौरान आंगनबाड़ी यूनियन की प्रांतीय महामंत्री चित्रकला ने कहा कि आंगनबाड़ी मिनी केंद्रों को पूर्ण केंद्र घोषित किया जाए. इसके साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय समय पर भुगतान किया जाए.
आशा वर्करों ने भी अपनी आवाज उठाते हुए कहा कि कोरोना काल में उन्होंने पूरी मेहनत के साथ अपनी सेवाएं दी. लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. आशा वर्करों का कहना है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा अल्मोड़ा में की गई घोषणा के मुताबिक आशाओं को 18 हजार रुपया वेतन दिया जाए.