देहरादूनःउत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को सामने आएंगे. जैसे-जैसे चुनाव परिणाम की तारीख नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे सरकार की भी उल्टी गिनती शुरू हो रही है. ऐसे में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा बेहद जरूरी है. इस आंकड़े के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों ने मजबूत निर्दलीय प्रत्याशियों पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं. हालांकि, दूसरी तरफ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी रणनीति बनानी शुरू कर दी है.
वहीं, राजनीतिक पंडितों की मानें तो उनके अनुसार इस बार उत्तराखंड में किसी भी दल के प्रचंड बहुमत के आसार बहुत कम नजर आ रहे हैं. निर्दलीय प्रत्याशियों की भूमिका किंग मेकर के रूप में बताई जा रही है. ऐसे में निर्दलीय प्रत्याशियों की क्या रणनीति है और 10 मार्च को वह किस दल को अपना समर्थन देंगे, यह जानना बेहद जरूरी है. इसको लेकर ETV भारत ने उन सभी निर्दलीय और अन्य छोटे दलों के प्रत्याशियों से बातचीत की, जिनकी स्थिति मजबूत बताई जा रही है.
दिनेश धनैःराजनीतिक पंडितों के मुताबिक, जीतकर आने वाले इंडिपेंडेंट कैंडिडेट में से सबसे पहला नाम टिहरी से उत्तराखंड जन एकता पार्टी के अध्यक्ष दिनेश धनै का आता है. वह पहले भी कांग्रेस सरकार में निर्दलीय विधायक रहते हुए सरकार में मंत्री रहे. ETV भारत से बातचीत में दिनेश धनै ने बताया कि 10 मार्च का दिन यह तय करेगा कि वह किस को अपना समर्थन देंगे. हालांकि उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि उनसे कांग्रेस और भाजपा लगातार संपर्क कर रही हैं. लेकिन दिनेश धनै का कहना है कि वह उसी पार्टी के साथ आगे बढ़ेंगे जो कि पार्टी बहुमत में होगी.
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