देहरादून:IMA से जुड़े चिकित्सक स्वास्थ्य कर्मियों पर होने वाली हिंसा और बाबा रामदेव द्वारा दिए गए बयानों के खिलाफ काला फीता बांध कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, चिकित्सकों ने हिंसा से बचाने के लिए एक मजबूत केंद्रीय कानून बनाने की मांग की है.
दरअसल, IMA से जुड़े चिकित्सकों ने बाबा रामदेव के खिलाफ पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत विरोध करने का निर्णय लिया. इसी कड़ी में शुक्रवार को करीब 25 शाखाओं से जुड़े चिकित्सक, मेडिकल स्टूडेंट नेटवर्क, जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क जैसे कई संगठनों ने काला फीता बांधकर "सेव द वॉरियर" नारे के साथ विरोध प्रदर्शन किया.
उत्तराखंड IMA के प्रदेश महासचिव डॉ. अजय खन्ना का कहना है कि चिकित्सकों के खिलाफ हिंसा के विरुद्ध सख्त केंद्रीय कानून की मांग कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव एलोपैथ के खिलाफ लगातार विवादित बयानबाजी कर रहे हैं. ऐसे में IMA के चिकित्सक केंद्र सरकार से बाबा रामदेव की बयानबाजी पर लगाम लगाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अस्पतालों में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है. इसलिए IMA की सभी शाखाएं प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को स्थानीय अधिकारियों के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित करेंगी.
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वहीं, चिकित्सकों की मांग है कि सेंट्रल हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर प्रोफेशनल प्रोटेक्शन एक्ट को IPC (Indian Penal Code) और CRPC (Code of Criminal Procedure) में जोड़ा जाए. इसके अलावा चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों पर हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए.