उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

आचार संहिता के बीच नगर निगम ऋषिकेश का नया खेल, ठेकेदार को दे दिया वसूली का लाइसेंस

नगर निगम ऋषिकेश में बिना किसी टेंडर के व्यक्तिगत रूप से किसी एक व्यक्ति को पार्किंग का ठेका दिया गया है, जो यहां आने वाले वाहनों से 50, 100 और 200 रुपए तक का शुल्क वसूल रहे हैं.

अवैध वसूली

By

Published : May 11, 2019, 9:09 PM IST

ऋषिकेशः नगर निगम ऋषिकेश में पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली का धंधा जोरों पर है. नगर निगम द्वारा वन भूमि पर चारधाम यात्रा के लिए अस्थाई पार्किंग बनाकर ठेकेदार के माध्यम से अवैध वसूली करवाई जा रही है. वहीं पार्किंग शुल्क को लेकर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

नगर निगम ऋषिकेश पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली कर रहा है.

नगर निगम ऋषिकेश द्वारा आचार संहिता का भी खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है. नगर निगम ऋषिकेश चारधाम यात्रा बस स्टैंड के पास खाली पड़ी वन भूमि पर पार्किंग बनाते हुए ठेकेदार को अवैध वसूली के लिए बैठाया है, जबकि आचार संहिता में कोई भी विभाग लाभ के कार्य नहीं करवा सकता.


वहीं एक सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि नगर निगम ऋषिकेश में बिना किसी टेंडर के व्यक्तिगत रूप से किसी एक व्यक्ति को पार्किंग का ठेका दिया गया है, जो यहां आने वाले वाहनों से 50, 100 और 200 रुपए तक का शुल्क वसूल रहे हैं. जानकारों के मुताबिक 200 रुपए पार्किंग शुल्क अनुमन्य से कई गुना अधिक है.

यह भी पढ़ेंःफैक्ट्री मालिकों की मनमानी पर सरकार सख्त, मजदूरों का हक मारने वालों पर होगी कार्रवाई

ऋषिकेश के महानगर आयुक्त चतर सिंह ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए आईएसबीटी चारधाम यात्रा बस स्टैंड के पास खाली पड़ी वन भूमि पर अस्थाई पार्किंग की व्यवस्था की गई है. वन भूमि होने के नाते पार्किंग का कोई टेंडर नहीं किया गया.


हालांकि पार्किंग शुल्क वसूला जा रहा है. इसके साथ ही जब महानगर आयुक्त से पूछा गया कि क्या आचार संहिता में विभाग द्वारा लाभ के कार्य किए जा सकते हैं तो उनका कहना था कि नगर निगम अपने स्तर पर यह कार्य कर सकता है.


पार्किंग का ठेका लेने वाले ठेकेदार का कहना था कि नगर निगम ऋषिकेश के साथ उनका एक अनुबंध हुआ है. जिसमें उनको यहां की पार्किंग का ठेका मिला है. यहां पर छोटी गाड़ियों से 50 रुपए बसों से 100 रूपए और अधिक भारी वाहनों से 200 रूपए लिया जा रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details