ऋषिकेशः तीर्थनगरी ऋषिकेश में अवैध निर्माण करने वाले बिल्डरों के लिए गढ़वाल आयुक्त द्वारा मिला स्टे संजीवनी साबित हो रहा है. जी हां, एमडीडीए द्वारा सीलिंग के आदेश होने के बाद निर्माण कार्यों पर कमिश्नर ऑफिस से स्टे मिलने के बाद बिल्डर धड़ल्ले से निर्माण कार्य जारी रखे हुए हैं. प्राधिकरण इन पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहा है.
आपको बता दें कि 31 अक्टूबर को एमडीडीए के अधिकारी भरत विहार स्थित बहुमंजिला इमारत को सील करने पहुंचे थे लेकिन इससे पहले ही निर्माणकर्ताओं ने उनके सामने गढ़वाल कमिश्नर का स्टे रख दिया, जिस कारण अधिकारी भवन को बिना सील किए ही वापस लौट गए.
वहीं बेखौफ बिल्डर स्टे दिखाने के बाद फिर से निर्माण कार्य करने में जुट गए. एमडीडीए के अधिकारी निर्माण कार्य पर रोक नहीं लगा पाए, जबकि अगर किसी भवन पर स्टे का आदेश होता है तो उसका अर्थ होता है यथास्थिति बरकरार रखना.