ऋषिकेश: कोरोना संक्रमित मरीजों को प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी न हो, इसके लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए ऋषिकेश स्थित आईडीपीएल में ऑक्सीजन प्लांट का दोबारा से शुरू करने की तैयारी कर ली गई है. आईडीपीएल ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने का जिम्मा सेना के कंधों पर है. सेना के इंजीनियरों ने मोर्चा भी संभाला लिया है.
शुक्रवार को ऋषिकेश विधायक और उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सेना के अधिकारियों से जानकारी भी ली. विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित करने के लिए सेना के इंजीनियरों ने 90 प्रतिशत सफलता हासिल कर ली है. सेना के इंजीनियरों की टीमों पिछले 12 दिनों से ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने में लगी हुई है. 15 साल पहले तक प्लांट चलता था, लेकिन अब मशीनें जंग खा गई है. सेना के इंजीनियरों ने दिन-रात काम कर रहे है.
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सेना के अधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल को जानकारी दी है कि इंजीनियरों द्वारा एयर सेपरेटर पर कार्य चल रहा है, जिसमें एयर से ऑक्सीजन को सेपरेट किया जाएगा. ये काम पूरा होने के बाद ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू किया जा सकता है. इंजीनियरों के अनुसार ऑक्सीजन प्लांट बीते कई सालों से बंद पड़ा हुआ था. ऐसे में मशीनों के कई पार्ट खराब हो चुके है, जिन्हें बदकर नए पार्ट लगाए जा रहे है. सप्लाई लाइन की भी जांच की जा रही है.