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कोरोना से जंग: ICMR ने इन दो दवाओं को दी हरी झंडी, संक्रमण के इलाज में प्रभावी

अभीतक कोविड-19 के इलाज के लिए कोई भी दवा या वैक्सीन की खोज नहीं हो पाई है. इसीलिए आईसीएमआर समय-समय पर कोरोना संक्रमण के लिए इलाज के लिए कुछ नई दवाओं को सूची में जोड़ता रहता है.

देहरादून
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Published : Jul 15, 2020, 9:08 PM IST

Updated : Jul 15, 2020, 9:15 PM IST

देहरादून:कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर इलाज देने के मकसद से आईसीएमआर (Indian Council of Medical Research) समय-समय पर नई गाइडलाइन और सुझाव जारी करता रहता है. इसी कड़ी में अब संक्रमित मरीजों के लिए कुछ नई दवाओं को भी जोड़ा जा रहा है. माना जा रहा है कि ये दवाइयां कोरोना से लड़ने में बेहतर साबित होंगी.

राजधानी देहरादून में कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज के दौरान दी जाने वाली दवाओं में कई नई दवाइयों को जोड़ा गया है. आईसीएमआर के सुझाव के बाद इन दवाइयों को सूची में जोड़ा गया है. सूची में जो नई दवाइयां जोड़ी गई हैं उनमें रेमडेसिविर और फेवीपीरावीर शामिल है. जिसका प्रयोग जल्द ही देहरादून का दून मेडिकल कॉलेज भी करने लगेगा.

ICMR ने इन दो दवाओं को दी हरी झंडी

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बता दें कि अभीतक कोविड-19 के इलाज के लिए कोई भी दवा या वैक्सीन की खोज नहीं हो पाई है. हालांकि तमाम वैज्ञानिक और संस्थाएं इसकी खोज में जुटी हुई हैं. ऐसे हालात में आईसीएमआर मरीजों पर बेहतर असर करने वाली तमाम दवाओं को उन्हें मुहैया करा रहा है. इसी कड़ी में अब रेमडेसिवीर और फेवीपिरावीर दवा को शामिल किया जा रहा है.

उत्तराखंड की स्वास्थ्य महानिदेशक अमिता उप्रेती ने बताया कि कोविड-19 के उपचार और रोकथाम के लिए समय-समय पर आईसीएमआर नई गाइडलाइन जारी करता रहता है. आईसीएमआर की सलाह पर अब रेमडेसिविर और फेवीपीरावीर दवा को भी नई सूची में जोड़ा गया है. जब तक किसी वैक्सीन या दवा की प्रमाणिकता नहीं हो जाती तब तक मरीजों पर बेहतर असर करने वाली दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता रहेगा. हालांकि इन दवाओं का इस्तेमाल भी आईसीएमआर की गाइडलाइन और इसके असर से सतुष्ट होकर ही किया जाता है.

Last Updated : Jul 15, 2020, 9:15 PM IST

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