विकासनगरःपछवादून क्षेत्र में बारिश ने भारी तबाही मचाई है. खासकर साहिया में भारी बारिश से अमलावा नदी उफान पर आ गया. जिसकी चपेट में आने मकान जमींदोज हो गया. गमीनत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई. मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने मकान में रह रहे लोगों को सकुशल बाहर निकाला, लेकिन घर का सारा सामान नदी अपने साथ बहा ले गई. वहीं, नदी के किनारे कई गौशाला भी बह गईं. खौफजदा लोग अनहोनी की आशंका के चलते रात भर जागते रहे.
जानकारी के मुताबिक, रविवार देर रात साहिया में भारी बारिश का तांडव देखने को मिला. बारिश के चलते कई हेक्टेयर कृषि भूमि और खड़ी फसल तबाह हो गई. साहिया बाजार के बीचों बीच बहने वाली अमलावा नदी भी अपने रौद्र रूप में आ गई. नदी के तेज बहाव की चपेट में आने से एक मकान धराशायी हो गया. किसी तरह से मकान में रह रहे लोगों ने अपनी जान बचाई. मकान के बह जाने के बाद पीड़ित परिवार बेघर हो गया है.
बारिश के बाद अमलावा नदी ने ढाया कहर मकान स्वामी ने बताया कि देर रात भारी बारिश (Heavy Rain in Sahiya) के चलते अमलावा नदी का जलस्तर बढ़ गया. नदी का बहाव मकानों की ओर मुड़ गया था. वो मकान से थोड़े बहुत कपड़े और बिस्तर ही निकाल पाए. ग्रामीणों की मदद से उन्हें बचाया गया. उनके सामने ही मकान अमलावा नदी में समा (House washed Away in Sahiya) गया. वहीं, उन्होंने शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
ये भी पढ़ेंःसहसपुर में टापू पर फंसे 5 लोग, SDRF ने ऐसे बचाई जान
रातभर जागते रहे खौफजदा लोगः ग्रामीणों ने बताया कि अचानक से अमलावा नदी का जलस्तर (Amlawa River Sahiya) बढ़ गया. जिससे उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला. इतना ही नहीं अनहोनी के डर से साहिया बाजार वासी रात भर जागते रहे और नदी के रुख को देखते रहे. वहीं, समाल्टा रोड पर बना पुल भी नदी की चपेट में आ गया. जिससे पुल से आगे की सड़क बह गई. जिससे संपर्क कट गया है.
पुलिस ने देर रात नदी किनारे बसे लोगों से खाली कराये मकानःअमलावा नदी के बहाव के मद्देनजर पुलिस ने रातोंरात लोगों से मकान खाली करवाए और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. ग्राम सभा उद्पाल्टा के पूर्व प्रधान सतपाल राय ने बताया कि 3 घंटे तक लगातार बारिश हुई. जिससे नदी का बहाव साहिया छानी की ओर मुड़ गया. बारिश से इलाके में भारी नुकसान हुआ है. वहीं, चकराता एसडीएम सौरभ असवाल (Chakrata SDM Saurabh Aswal) ने बताया कि प्रशासन की टीम को मौका मुआयना के लिए भेज दिया गया है. आपदा मानकों के तहत पीड़ितों को सहायता मुहैया कराई जाएगी.