मसूरी:सोशल मीडिया पर मसूरी में एंट्री को लेकर भ्रामक प्रचार किए जाने को लेकर होटल एसोसिएशन द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई. मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल और उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा कि सोशल मीडिया पर मसूरी में एंट्री को लेकर भ्रामक खबर चलाई जा रही है, जिससे उनके पर्यटन उद्योग पर काफी असर पड़ रहा है.
मसूरी में वाहनों की नो एंट्री के भ्रामक प्रचार पर होटल एसोसिएशन मुखर, सामने आकर स्थिति की साफ - tourist places mussoorie
Mussoorie Mall Road सोशल मीडिया पर मसूरी में एंट्री को लेकर भ्रामक प्रचार किए जाने पर होटल एसोसिएशन मुखर हो गया है. होटल एसोसिएशन ने भ्रामक प्रचार पर नाराजगी जताते हुए स्थिति को साफ किया है. कहा कि मसूरी में वाहनों की नो एंट्री नहीं है, केवल माल रोड पर शाम 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक सभी वाहनों के लिए प्रशासन द्वारा प्रतिबंधित किया गया है.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Jan 16, 2024, 10:15 AM IST
|Updated : Jan 16, 2024, 10:59 AM IST
उन्होंने कहा कि मसूरी माल रोड पर शाम 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक सभी वाहनों के लिए प्रशासन द्वारा प्रतिबंधित किया गया है. ऐसे में कुछ मीडिया चैनल द्वारा मसूरी में भारी वाहनों की एंट्री के प्रतिबंध को लेकर खबर चलाई जा रही है, जो गलत है. उन्होंने कहा कि कई होटल की बुकिंग ऑनलाइन होती है, ऐसे में खबर को देखकर कई लोग बुकिंग को कैंसिल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा प्रेस वार्ता कर यह स्पष्ट किया जा रहा है कि मसूरी में किसी भी वाहन के लिए प्रतिबंधित नहीं है. माल रोड को सुव्यवस्थित और शाम को माल रोड पर पैदल चलने वालों के लिए दिक्कत ना हो, इसको लेकर प्रशासन द्वारा शाम को 5 से लेकर रात्रि 9 बजे तक सभी प्रकार के वाहनों पर रोक लगा दी गई है.
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उन्होंने कहा कि दूसरी ओर मसूरी में बर्फबारी और बारिश न होने के कारण भी पर्यटन व्यवसाय पर काफी फर्क पड़ रहा है. निचले इलाकों में घना कोहरा होने की वजह से भी लोग नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मसूरी में इस समय मौसम काफी सुहावना बना है. पर्यटक जमकर गुनगुनी धूप का आनंद ले सकते हैं. परंतु इन दोनों मसूरी में बारिश और बर्फबारी होती थी जो नहीं हुई है, जिससे मसूरी का पर्यटन प्रभावित हो रहा है. साथ ही इसका असर किसानों की खेती पर भी पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि मसूरी ही नहीं अन्य पर्यटक स्थलों में भी बारिश और बर्फबारी ना होने के कारण पर्यटन व्यवसाय पूरी तरीके से चौपट हो गया है. उन्होंने कहा कि क्लाइमेट चेंज होने के कारण पर्यटन व्यवसाय पर भी काफी असर पड़ रहा है.