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हेल्पलाइन नंबर 155-260 उड़ा रहा साइबर ठगों के होश, 10 दिन में आईं 400 से ज्यादा कॉल - Citizen Financial Cyber Fraud Reporting and Management System

साइबर हेल्पलाइन नंबर 155-260 की शुरुआत के बाद से अब तक इस पर 400 से अधिक कॉल्स आ चुके हैं. वहीं, इसके जरिए 6 लाख से अधिक का बैंक ट्रांजेक्शन भी साइबर पुलिस ने होल्ड कराया है.

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साइबर क्राइम को रोकने में कारगार हो रहा हेल्पलाइन नंबर

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Published : Jun 28, 2021, 3:38 PM IST

Updated : Jun 28, 2021, 4:16 PM IST

देहरादून:केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ CFCFRMS (Citizen Financial Cyber Fraud Reporting and Management System) शुरू किया है. उत्तराखंड में साइबर अपराध (Cyber crimes) पर लगाम लगाने के लिए 17 जून से साइबर हेल्पलाइन नंबर (cyber helpline number) 155-260 की विधिवत शुरुआत की गई है. अभी तक इस नम्बर पर 400 से अधिक कॉल्स आ चुकी हैं. 6 लाख से अधिक का बैंक ट्रांजेक्शन भी साइबर पुलिस ने होल्ड कराया है.

हेल्पलाइन नंबर 155-260 उड़ा रहा साइबर ठगों के होश

उत्तराखंड में साइबर अपराध तेजी के साथ अपने पांव पसार रहा है. अगर आप जागरूक हैं तो आप साइबर ठगी से बच सकते हैं. इतना ही नहीं आपके साथ ठगी होती भी है तो उसकी सूचना देने पर आपके पैसों का ट्रांजेक्शन रोका जा सकता है. बस इसके लिए आपको साइबर ठगी होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर 155-260 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करानी होगी.

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एसपी एसटीएफ चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर- 155-260 लोगों के लिए बड़ी राहत दे रहा है. इसके लिए ठगी होने पर पीड़ित को तत्काल सूचना देना जरूरी है. ताकि बैंक ट्रांजेक्शन को रोका जा सके. धोखाधड़ी की सूचना तत्काल 155-260 नंबर पर देनी होगी.

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इसके बाद ई-सुरक्षा चक्र कन्ट्रोल रूम द्वारा तत्काल इस सूचना को गृह मंत्रालय के एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज कर दिया जाता है. सूचना मिलने के बाद गृह मंत्रालय से पीड़ित को एक लिंक एसएमएस के माध्यम से भेजा जायेगा. पीड़ित को इस लिंक पर क्लिक कर अपनी शिकायत 24 घंटे के अन्दर NCRP पोर्टल पर पंजीकृत करना आवश्यक है. ताकि साइबर अपराधियों द्वारा धोखाधड़ी से निकासी की गयी धनराशि को रोका जा सके व उन्हें वापस कराया जा सके.

Last Updated : Jun 28, 2021, 4:16 PM IST

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