देहरादूनः राज्य में स्वास्थ्य विभाग के भवनों की खराब सेहत को सुधारने के प्रयास किए जाने लगे हैं. इसके तहत ऐसे स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों को चिन्हित किया गया है, जहां हालात बेहद खराब हैं. हालांकि ऐसे अस्पतालों और कार्यालयों की संख्या बेहद ज्यादा होने के कारण कुछ अस्पतालों को ही मरम्मत के लिए चिन्हित किया जा सका है.
स्वास्थ्य विभाग के जर्जर भवनों को लेकर हुआ मंथन, जारी होगा बजट
उत्तराखंड में स्वास्थ्य केंद्रों और विभाग के दूसरे कार्यालयों की जर्जर बिल्डिंगों को संवारने की कोशिशें की जा रही है. इस कड़ी में स्वास्थ्य महानिदेशालय व महानिदेशक की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गई. जिसमें जर्जर भवनों को लेकर चिह्वीकरण कर जरूरी बजट पर मंथन किया गया.
बाकी अस्पतालों और कार्यालयों को अगले बजट तक के लिए फिलहाल जस की तस स्थिति में ही रखा जाएगा. स्वास्थ्य महानिदेशक अमिता उप्रेती ने बताया कि फिलहाल प्राथमिकता और अस्पतालों और कार्यालयों की है, जिनकी हालत ज्यादा खराब है.
आपको बता दें कि लंबे समय से प्रदेश के कई सीएचसी और पीएचसी में भवनों के मरम्मत को लेकर जानकारी मांग की जा रही थी, जिस पर बजट ना होने कारण अब तक काम नहीं हो पाया था. ऐसे में अब सीमित बजट के जरिए कुछ जगहों को चिन्हित कर वहां मरम्मत के काम कराएं जाएंगे.