देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का करारी हार का सामना करना पड़ा था. ये हार आज भी हरदा का पीछा नहीं छोड़ रही है. 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मात्र 11 सीटों पर सीमट कर रह गई थी. एक बार फिर उन्होंने उस हार की जिम्मेदारी लेते हुए बड़ा बयान दिया है.
2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 70 में से 59 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था. तब हरीश रावत कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री थे. हालांकि, वे कई बार इस हार के लिए खुद तो जिम्मेदार मान चुके हैं, लेकिन पार्टी की गुटबाजी के कारण उनके सहयोगी उन्हें इस हार की बार-बार याद दिलाते रहे है. इसी को लेकर हरीश रावत ने कहा कि उन्हीं के मित्र इस बात को बार-बार दोहराते रहे हैं कि कांग्रेस की हार की वजह हरीश रावत है, लेकिन हाल ही में ''कर्णप्रयाग क्षेत्र से सूचना आयी है कि साल 2018 में थराली विधानसभा सीट पर उपचुनाव को हारने की वजह हरीश रावत की आम जनसभा थी. अब मुझे उत्तराखंड में 60 सीटों की हार के लिए जिम्मेदार माना जाना चाहिए. इस नई खोज के लिए मैं कांग्रेसजनों को विशेष तौर पर चमोली के कांग्रेसजनों को बहुत धन्यवाद देता हूं.'' उन्होंने ये बयान अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट कर दिया है.