देहरादून: साल 2016 में उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत के विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े स्टिंग ऑपरेशन मामले में कल 27 अक्टूबर को सीबीआई ने उनका वॉइस सैंपल लेने के लिए नोटिस दिया था. हरीश रावत इन दिनों हॉस्पिटल में भर्ती है. सीबीआई ने हॉस्पिटल में जाकर ही हरीश रावत को समन दिया था, जिस पर आज हरीश रावत का बयान आया है. हरीश रावत ने अपने लहजे में कहा कि सीबीआई पिछले कुछ सालों से उनकी शुभचिंतक है.
हरीश रावत ने अपने मजाकिया स्टाइल में कहा कि यदि ऐसे समय में भी सीबीआई उनके पास नहीं पहुंची तो उन्हें लगाता की वो कहा रह गए. हरीश रावत ने बताया कि उन्होंने सीबीआई को मजाक में कहा कि वे कोई बड़े फ्रॉडी नहीं है, न ही उन्होंने कोई बड़ा बैंक फ्रॉड किया है.
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हरीश रावत का कहना है कि वो कोई अंतरराष्ट्रीय अपराधी नहीं हैं, न ही उन्होंने संविधान की हत्या की और न ही वो देश द्रोही है. इसीलिए सीबीआई थोड़ा सा इंतजार कर सकती थी. हरीश रावत ने बताया कि उन्होंने स्वास्थ्य समस्याओं के कारण सीबीआई से जनवरी तक समय मांगा है. देखते हैं अब सीबीआई उन्हें कौन सी तारीख देती है.
उत्तराखंड स्टिंग केस 2016
हरीश रावत ने बीजेपी सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा कि सीबीआई विपक्षी दलों के लिए एक प्रमाण पत्र की तरह है. अगर किसी विपक्षी नेता की जांच ईडी और सीबीआई नहीं कर रही है, इसका मतलब है, वह अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर रही है.
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बता दें कि हरीश रावत बीते दिनों सड़क हादसे में घायल हो गए थे, जिसके बाद से ही वो देहरादून के हिमायलन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में भर्ती है. कल शुक्रवार 27 अक्टूबर को सीबीआई ने हॉस्पिटल में पहुंचकर साल 2016 के स्टिंग ऑपरेशन मामले में हरीश रावत को 7 नंबवर को पेश होने का आदेश दिया था, जहां हरीश रावत को वॉइस सैंपल लिया जाएगा. हरीश रावत के अलावा हरक सिंह रावत को भी सीबीआई ने वॉइस सैंपल देने के लिए समन भेजा है.