देहरादून: उत्तराखंड में अंकिता भंडारी मर्डर केस (Ankita Bhandari Murder Case) को लेकर लोगों में आक्रोश देखते को मिल रहा है. वहीं, इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य की बीजेपी से नजदीकियों को लेकर लगातार विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है. इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर कुछ फोटो शेयर की हैं. इन फोटो में हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित के पिता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गणवेश में नजर आ रहे हैं. इन दोनों ने ही हाथों में हथियार पकड़े हैं. ऐसे में हरीश रावत ने इस फोटो को शेयर करते हुए इन्हें सत्ता का वीआईपी बताया है.
बता दें कि अंकिता हत्याकांड को लेकर लगातार विपक्ष बीजेपी पर हमलावर है. बीते दिन भारत जोड़ो यात्रा पर निकले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी धामी सरकार को निशाने पर लिया था. राहुल गांधी ने अंकिता भंडारी हत्याकांड पर कहा कि 'अंकिता भंडारी के मरने का एकमात्र कारण यह है कि उन्होंने प्रॉस्टिट्यूशन से इनकार किया था'. राहुल गांधी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री बेटी बचाओ का नारा दे रहे हैं और बीजेपी बलात्कारियों को बचा रही है. इस हत्याकांड को बीजेपी के पूर्व राज्यमंत्री के बेटे पुलकित और उसके साथियों ने अंजाम दिया है.
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वहीं, हरीश रावत ने भी आज अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर मुख्य आरोपी के पिता बीजेपी के पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य के फोटो पोस्ट किये हैं. इन फोटो में दोनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गणवेश में नजर आ रहे हैं. हरीश रावत ने इन फोटो का कैप्शन 'सत्ता के भी VIP..? लिखा है. ऐसे में अप्रत्यक्ष रूप से हरीश रावत ने इस हत्याकांड को लेकर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है.
जानिए क्या है अंकिता मर्डर केस: बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के डोभ श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. ये रिजॉर्ट बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित का था. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी, लेकिन बीती 18 सितंबर को अंकिता रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. वहीं, 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
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जब पुलिस ने जांच की तो वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी. लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया और पूछताछ की, तब जाकर तीनों ने राज उगला. इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.