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जलेबी की चाशनी में डुबोकर हरदा ने कसा तंज, बोले- घाट जाकर माफी मांगें सीएम - बजट पर हरीश रावत की टिप्पणी

हरीश रावत ने भराड़ीसैंण में घाट-नंदप्रयाग सड़क चौड़ीकरण की मांग कर रही गांव की महिलाओं और बुजुर्गों पर लाठीचार्ज किये जाने पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि सीएम त्रिवेंद्र को घाट जाकर लोगों से माफी मांगनी चाहिए.

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Published : Mar 5, 2021, 9:21 PM IST

Updated : Mar 6, 2021, 7:33 PM IST

मसूरी: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मसूरी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से वार्ता की और बढ़ती महंगाई के खिलाफ कार्यकताओं से कहा कि वो आंदोलन को घर-घर तक लेकर जाएं. प्रदेश सरकार के बजट और भराड़ीसैंण में हुए लाठीचार्ज के मुद्दे पर बात की. इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने युवा मैराथन धावक संचित व उसके पिता को भी सम्मानित किया. उधर, उन्होंने इस दौरान एक दुकान पर जाकर जलेबी भी तली.

जलेबी की चाशनी में डूबोकर हरदा ने कसा तंज

कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान हरीश रावत एक हलवाई की दुकान पर गए और जलेबी बनाने लगे. उन्होंने कहा कि यह उनके बचपन का शौक है. इस मौके पर चाय की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि देश में महंगाई लगातार बढ़ रही है, गैस व तेल के दाम आसमान छू रहे हैं. वित्तीय प्रबंधन को छिपाने के लिए एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर केंद्र सरकार अपना खजाना भर रही है और आम आदमी की कमर तोड़ रही है. उन्होंने कार्यकताओं से कहा कि वे केंद्र सरकार के इसी कदम के खिलाफ घर-घर जाकर आंदोलन को धार दें.

पढ़ें-मसूरी पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत, त्रिवेंद्र सरकार को बजट बताया गुब्बारा, कहा- कुछ दिनों में निकल जाएगी हवा

त्रिवेंद्र सरकार के बजट पर तंज

उधर, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा गैरसैंण विधानसभा में पेश बजट को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि यह बजट केवल ख्याली पुलाव है, जिससे किसी को फायदा नहीं होने वाला. बजट के लिए केवल केंद्र सरकार की कुछ प्रशिक्षित धनराशि के आधार पर कुछ आंकड़े प्रस्तुत किए गये हैं. उन आंकड़ों से राज्य की भीषणतम समस्या बेरोजगारी का कोई समाधान नहीं हो रहा है.

लेबी की चाशनी में डूबोकर हरदा ने कसा तंज.

लाठीचार्ज पर नाराजगी

इसके साथ ही हरीश रावत ने भराड़ीसैंण में घाट-नंदप्रयाग सड़क चौड़ीकरण की मांग कर रही गांव की महिलाओं और बुजुर्गों पर लाठीचार्ज किये जाने पर नाराजगी जताते हुये कहा कि, मुख्यमंत्री ने जले पर नमक छिड़कते हुए उन्हें आंदोलनबाज कहा है. ये उत्तराखंड, गैरसैंण व महिला शक्ति का अपमान है. उन्हें घाट जाकर माफी मांगनी चाहिए व रोड का कार्य शुरू कर प्रायश्चित करना चाहिए.

गैरसैंण कमिश्नरी पर तंज

वहीं, गैरसैंण को कमिश्नरी घोषित करने पर पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि गैरसैंण को प्रदेश सरकार ने ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया लेकिन वहां एक दिन भी न ही मुख्यमंत्री, न मंत्री, न ही कोई अधिकारी बैठते हैं, तो ये कैसी ग्रीष्मकालीन राजधानी है. जब इस सवाल को उठाया गया तो उसे ढकने के लिए गैरसैंण को कमिश्नरी की घोषणा की गई. अगर ऐसा ही है तो गैरसैंण को जिला भी बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा ने रणनीति बदलकर हर चुनाव में पीएम मोदी के चेहरे को इस्तेमाल किया. आगामी चुनाव में भाजपा लोकल चेहरा घोषित करे व लोकल मुद्दों पर चुनाव लड़े.

हरदा ने बनाई जलेबी.

पहले प्रदेश को समझे आम आदमी पार्टी

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश में आम आदमी पार्टी को लेकर कहा कि हर राजनीतिक दल को चुनाव में चुनौती देने का अधिकार है, लेकिन उन्हें यहां के गाद-गदेरों व यहां की समस्याओं से वाकिफ होना चाहिए. प्रदेश के भूगोल को समझना चाहिए तभी वो यहां से वोट मांगने के अधिकारी होंगे.

Last Updated : Mar 6, 2021, 7:33 PM IST

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