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हरीश रावत को मुस्लिम विवि से जोड़ने वाले 'धामी की धूम' पेज पर भड़के हरदा, माफी मांगने को कहा

मुस्लिम यूनिवर्सिटी वाले विवाद पर सियासत तेज होने के बाद हरीश रावत ने फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है. हरीश रावत ने कहा कि भाजपा का सोशल मीडिया विंग उसका संचालन करता है जिसमें एक जाली खबर, पता नहीं वह अखबार कहीं से प्रकाशित है भी या नहीं है! उसमें मेरे बयान का उल्लेख करके हेडिंग यह लगाया जाता है कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी और उसमें मुझे मुस्लिमबाना पहनाकर प्रचारित किया जाता है.

Former CM Harish Rawat Tweet
पूर्व सीएम हरीश रावत

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Published : Mar 15, 2022, 2:19 PM IST

देहरादून: कांग्रेस नेता अकील अहमद के प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने का ऐलान वाले बयान ने इस चुनाव में पार्टी का साथ नहीं छोड़ा. बीजेपी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को जमकर घेरा और उनके निशाने पर हरीश रावत रहे. वहीं हरीश रावत ने इसे बीजेपी नेताओं की साजिश बताया है. हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि आखिर धामी की धूम, किस पार्टी का फेसबुक पेज है? राज्य के मुख्यमंत्री जी के नाम पर पेज है. भाजपा का सोशल मीडिया विंग उसका संचालन करता है. उसमें एक जाली खबर, पता नहीं वह अखबार कहीं से प्रकाशित है भी या नहीं है! उसमें मेरे बयान का उल्लेख करके हेडिंग यह लगाया जाता है कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी और उसमें मुझे मुस्लिमबाना पहनाकर प्रचारित किया जाता है.

हरीश रावत ने आगे लिखा कि यह उतना ही गहरा षड्यंत्र है जिस तरीके का गहरा षड्यंत्र 2017 में शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिए शुक्रवार की छुट्टी करने का आदेश प्रचारित-प्रसारित किया गया. यह षड्यंत्र है और इस षड्यंत्र के जांच के लिए मैं उत्तराखंड से प्रार्थना करना चाहूंगा और यदि मैंने ऐसा बयान दिया है व मैं उस बयान से इंकार कर रहा हूं, तो फिर मुझे सार्वजनिक रूप से प्रताड़ना मिलनी चाहिए और यदि मेरा बयान नहीं है, भाजपा द्वारा मेरे ऊपर यह बयान थोपा जा रहा है, प्रचारित-प्रसारित करने के लिए लोगों के मन को विषाक्त करने के लिए चुनाव के अंदर हार को जीत में प्रणित करने के लिए उत्तराखंड को हिंदू-मुसलमान के नाम पर बांटने के लिए किया जा रहा है तो फिर उत्तराखंड को ऐसी ताकतों को दंडित करना चाहिए

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क्या हरीश रावत इतना मूर्ख है! जिस व्यक्ति के नाम पर कहा जा रहा है कि उसने मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग की है. उस व्यक्ति को अखबारों में सारी आलोचनाएं छपने के बाद मैं अपनी बेटी के चुनाव क्षेत्र हरिद्वार ग्रामीण जहां पहले से ही भावनाओं को उद्वेलित करने वाले लोग मौजूद हैं, वहां उनको पर्यवेक्षक बनाकर के भेजूंगा? और जरा उस व्यक्ति से मेरे संबंध को भी तो ढूंढिए! क्या उस व्यक्ति को सचिव मैंने बनाया! क्या मैंने उसको महामंत्री बनाया! क्या मैंने उसको पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया! क्या मैंने उसको चुनाव के अंदर उम्मीदवारी में समर्थन किया! यह गहरा षड्यंत्र है. हरीश रावत को राजनीति से हटाने का, हरीश रावत की राजनीति को समाप्त करने का. मैं ऐसे षड्यंत्र के खिलाफ लडूंगा, यदि शाम तक इस पेज के एडमिन ने माफी नहीं मांगी, तो मुझे मजबूरन जो है पुलिस में FIR दर्ज करवानी पड़ेगी.

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